धौलपुर: जिले की कंचनपुर थाना पुलिस ने फाइनेंस कर्मियों से लूट के मामले में चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने चारों आरोपियों से जिले में हुई करीब 40 लाख रुपए और इलेक्ट्रॉनिक सामान की 20 लूटों का खुलासा किया है. जिला पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने बताया कि कंचनपुर, सैंपऊ, बसेड़ी और कौलारी क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से फाइनेंस कर्मचारियों के साथ लूट की वारदातें सामने आ रही थीं. इन मामलों की जांच के लिए कंचनपुर थाना प्रभारी अनूप सिंह द्वारा एक विशेष टीम गठित की गई. इस टीम ने साइबर सेल की मदद से लूट के मामलों का पता लगाया.
पुलिस अधीक्षक सांगवान ने बताया कि सभी आरोपियों को अर्रूआ नाले के पास से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में गौरव(19) पुत्र भवानी सिंह, राहुल (19) पुत्र राकेश जोगेश (24) पुत्र पृथ्वीराज निवासी चंदे का पुरा, कौलारी और विवेक उर्फ रामलखन उर्फ विष्णु (24) पुत्र रामनिवास निवासी बंडा पुरा, तसीमों थाना सैपऊ है.गिरफ्तारी के दौरान एक आरोपी के भागने की कोशिश मे घायल हो गया और पैर टूट गया.
एसपी ने यह भी बताया कि गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फाइनेंस कर्मचारी अधिकतर ग्रामीण इलाकों में रिकवरी करते हैं और शाम को ऑफिस लौटते समय ये बदमाश उन्हें निशाना बनाते थे. बदमाश पहले से ही लक्ष्य का पीछा करते थे और सुनसान जगह पर हथियार दिखाकर लूटपाट की घटना की घटना को अंजाम देते थे और वारदात करने के बाद वे फरार हो जाते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लंबे समय से इलाके में हो रही ये घटनाएं पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थीं.
कंचनपुर थाना प्रभारी अनूप सिंह चौधरी को मामला सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई. इसके अलावा साइबर सेल इंचार्ज नरेंद्र कुमार, एएसआई फतेह सिंह, एएसआई सोनवीर,हेड कॉन्स्टेबल कपिल शर्मा समेत अन्य पुलिसकर्मियों को टीम में शामिल किया गया. साइबर तकनीकी यंत्र एवं मुखबिर की सटीक सूचना पर चारों बदमाशों को कंचनपुर थाना क्षेत्र के अरुआ नाले के पास से गिरफ्तार किया गया. सांगवान ने बताया कि चारों गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ जारी है. उन्होंने कहा कि अनुसंधान के दौरान इस गैंग की अन्य बड़ी वारदातों के खुलासे होने की संभावना है.
इस टीम में असी फतेह सिंह और सोनवीर सिंह के साथ हेड कॉन्स्टेबल कपिल शर्मा, मुकेश कुमार, श्याम सिंह शामिल थे. जिन्होंने कॉन्स्टेबल चरण सिंह, गंभीर सिंह, भगवान दास, श्रीकांत, हरेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल चालक सतपाल सिंह के साथ मिलकर आरोपियों की धर पकड़ की.