डीडवाना – कुचामन : राणासर डबल मर्डर केस में पुलिस की एक और बड़ी सफलता, वांछित आरोपी रामकरण उर्फ करण गिरफ्तार

डीडवाना-कुचामन: जिले के बहुचर्चित राणासर दोहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक और वांछित आरोपी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने रामकरण उर्फ करण पुत्र जगदीश प्रसाद, जाति जाट, उम्र 25 साल, निवासी जोड़ी का बास नूंवा, थाना मौलासर को गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया में शामिल कर लिया है.

मेगा हाईवे पर साजिशन टक्कर से हुई थी दो युवकों की मौत

यह घटना 28 अगस्त 2023 की रात करीब 11 बजे की है। मौलासर से कुचामन लौट रहे तीन युवक राणासर के पास मेगा हाईवे पर बाइक से आ रहे थे. तभी बोलेरो, कैंपर और स्कॉर्पियो सवार कुछ लोगों ने साजिश के तहत बाइक को टक्कर मार दी. इस हादसे में बिदियाद निवासी चुनीलाल (24) और राजू (25) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कलकला की ढाणी मंगलाना निवासी किशनाराम (26) गंभीर रूप से घायल हो गया था.

अगले दिन मृतक राजू के पिता बाबूलाल ने कुचामन थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने प्रकरण संख्या 312/2023 दर्ज कर आईपीसी की धारा 302, 307, 143, 341, 120बी व एससी/एसटी एक्ट की धारा 3(2)(अ) के तहत जांच शुरू की थी.

मामले में 21 वा आरोपी गिरफ्तार, चार वाहन बरामद

पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर (IPS) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचंद खारिया (RPS) के सुपरविजन और वृत्ताधिकारी अरविंद विश्नोई (RPS) के नेतृत्व में अब तक इस हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई की जा चुकी है. मामले में संदीप कुमार, चेनाराम, प्रकाश, राकेश कुमार, कृष्ण वैष्णव, सुरेश रणवां, रूपाराम, गोविंद उर्फ मामा, नरेंद्र महलां, सुरेंद्र, मुलाराम, लालाराम उर्फ ललित, श्रवणराम, महेंद्र, देवेंद्र सिंह, कन्हैयालाल उर्फ किट्टू, प्रदीप, राकेश देवना और पंकज कुमार सहित 20 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके थे. आज 21 वा आरोपी गिरफ्तार हुआ है. घटना में प्रयुक्त बोलेरो कैंपर, बोलेरो और दो स्कॉर्पियो गाड़ियां भी बरामद हो चुकी है.

रामकरण उर्फ करण की गिरफ्तारी से जांच में और मजबूती

पुलिस लंबे समय से वांछित आरोपी रामकरण उर्फ करण की तलाश में जुटी थी. गहन तलाश और निगरानी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। माना जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को इस हत्याकांड की साजिश से जुड़े और अहम सुराग मिलेंगे.

पुलिस टीम की अहम भूमिका

इस गिरफ्तारी में हनुमानराम (हेड कांस्टेबल, थाना बरडवा), प्रभूराम (कांस्टेबल, थाना बरडवा), विजेंद्र (कांस्टेबल, थाना बरडवा), रोहिताश सिंह (हेड कांस्टेबल, थाना कुचामनसिटी) और अजय (कांस्टेबल, थाना कुचामन) ने सक्रिय भूमिका निभाई.

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