डीडवाना – कुचामन: जिले के नांवा उपखंड मुख्यालय के बाहर तेज धूप में भी सैकड़ों लोग डटे हुए हैं. हाथों में तख्तियां— “हमें हक चाहिए, खैरात नहीं”, “टूटी सड़क, टूटी जान”, “भ्रष्टाचार बंद करो” — और बैनरों पर गुस्से से लिखे नारे हवा में लहरा रहे हैं. बीच-बीच में “सड़क बनाओ, न्याय दिलाओ” की गूंज पूरे परिसर को हिला देती है. महिलाएं अपने बच्चों को गोद में लिए बैठी हैं, बुजुर्ग जमीन पर चादर बिछाकर डटे हुए हैं, और युवाओं की आंखों में साफ दिख रहा है कि यह धरना यूं ही खत्म नहीं होगा.
चार दिन पहले टूटी सड़क के कारण एम्बुलेंस में प्रसव और नवजात की मौत ने खाखड़की गांव को झकझोर दिया. इसी दर्द और आक्रोश ने ग्रामीणों को नांवा उपखंड कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा दिया. मंगलवार को यह धरना दूसरे दिन भी पूरे जोश और नारों के बीच जारी रहा.
धरना स्थल पर मंगलवार को कांग्रेस की एंट्री ने माहौल और गर्मा दिया. पूर्व उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और धरने को खुला समर्थन दिया. चौधरी ने मौके से ही भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “भाजपा के राज में कानून व्यवस्था नाम की चीज ही नहीं बची. दो जानें जाने के बाद भी सरकार और प्रशासन नहीं जागे, यह लोकतंत्र का मजाक है.”
ग्रामीणों की तीन मांगें, और ‘आश्वासन’ से इनकार
ग्रामीणों ने नांवा से खाखड़की तक 12 किलोमीटर सीसी सड़क का निर्माण, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और पूर्व में सड़क बनाने वाले ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की मांग रखी है. उपखंड अधिकारी दिव्या सोनी के साथ दो दौर की वार्ता हुई, लेकिन ग्रामीणों ने साफ कह दिया कि “हमें आश्वासन नहीं, फैसला चाहिए। जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, धरना यथावत रहेगा.”
भ्रष्टाचार और लापरवाही पर हमला
महेंद्र चौधरी ने भाजपा शासन को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था का अड्डा बताते हुए कहा कि इस राज में “बदमाशी” बढ़ गई है और पुलिस के साथ प्रशासन पूरी तरह पंगु हो चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री विजय सिंह अपने क्षेत्र से गायब रहते हैं, जबकि उनके पुत्र फीते काटने और नाम के शिलालेख लगाने में व्यस्त हैं.
इस दौरान चौधरी ने चेतावनी दी कि “ग्रामीण भीख नहीं मांग रहे, अपना हक मांग रहे हैं. अगर प्रशासन ने झुकने से इनकार किया तो पूरी नावां विधानसभा की जनता यहां आकर धरने पर बैठ जाएगी.”
धरना स्थल पर सामाजिक संगठनों, संस्थाओं और सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी ने साफ कर दिया है कि मामला अब सिर्फ एक गांव का नहीं रहा, बल्कि नांवा उपखंड का बड़ा जन आंदोलन बनता जा रहा है.
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष माधव प्रसाद धुत, कांग्रेस कमेटी के नावां शहर मण्डल अध्यक्ष बाबू लाल बजाज, कुचामन ब्लॉक अध्यक्ष भंवर अली खान, नावां ब्लॉक अध्यक्ष उदय सिंह ,नावां प्रतिपक्ष नेता अवधेश पारीक, मनोनीत पार्षद उमाशंकर पंडित, शौकत खान.