डीडवाना – कुचामन: “अगर आपका साथ मिल जाए तो कुचामन को अपराध से आज़ादी दिलाना मुश्किल नहीं”—कुछ ऐसे ही दृढ़ शब्दों में डीडवाना-कुचामन की एसपी ऋचा तोमर ने कुचामन शहरवासियों से संवाद किया. पहली बार किसी आईपीएस अधिकारी ने इस तरह थाना परिसर में आमजन से आमने-सामने बात की और अपराध के खिलाफ जंग का बिगुल बजाया.
थाने नहीं समाधान केंद्र बनेगा पुलिस स्टेशन
कुचामन थाना परिसर में आयोजित CLG और शांति समिति की बैठक में डीडवाना-कुचामन की पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने आमजन, गणमान्य नागरिकों, महिला सखी, शान्ति समिति और सीएलजी सदस्यों से सीधा संवाद स्थापित किया. उन्होंने साफ कहा कि “थाना अब केवल एफआईआर लिखने की जगह नहीं रहेगा, बल्कि जन संवाद और समाधान का केंद्र बनेगा.”
समस्याएं खुलकर सामने आईं, एसपी ने त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया
कुचामन की वो जमीनी समस्याएं जो आमजन ने एसपी ऋचा तोमर के सामने रखीं.
शहर के प्रमुख बाजारों और मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है.
पुराने बस स्टेशन के पास हमेशा भीषण जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे आमजन का आना-जाना मुश्किल हो गया है.
शहर में कई स्थानों पर पुलिस की नियमित गश्त नहीं होने के कारण अपराधिक गतिविधियों को खुली छूट मिल रही है.
कुचामन के कई कैफे युवाओं को नशे की ओर खींच रहे हैं, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ता जा रहा है.
शहर के विभिन्न शराब ठेकों के बाहर संचालकों द्वारा खुलेआम शराब पिलाई जाती है, जिससे स्थानीय महिलाओं और राहगीरों को असहजता का सामना करना पड़ता है.
घरेलू हिंसा के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन महिलाएं खुलकर सामने नहीं आ पा रहीं.
नशे में डूबता युवा वर्ग अपराध की ओर बढ़ रहा है, लेकिन रोकथाम के प्रयास कमजोर नजर आते हैं.
आटा-साटा प्रथा जैसी सामाजिक कुरीति ने कई परिवारों को बरबादी की ओर धकेल दिया है.
कुछ होटलों में अनैतिक गतिविधियों की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिन पर कड़ी निगरानी की जरूरत है.
भू-माफियाओं की सक्रियता से आमजन जमीन विवादों में उलझे हुए हैं और न्याय के लिए भटक रहे हैं.
साइबर ठग लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं, पर आमजन को सतर्क रहने की जानकारी नहीं है.
एसपी तोमर ने इन सभी विषयों को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया और कहा कि हर शिकायत पर एक्शन होगा.
“नया जिला है, स्टाफ और संसाधनों की कमी है, पर इरादे पूरे मजबूत हैं”
उन्होंने स्पष्ट किया कि नए जिले में संसाधनों की कमी है, लेकिन पुलिस टीम पूरी तरह सक्रिय है. बीट कांस्टेबल प्रणाली को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं. हर बीट कांस्टेबल को 7 से 10 दिन में अपने क्षेत्र में दौरा कर लोगों से संवाद करना होगा.
सीधे एसपी को दें सूचना, नाम नहीं होगा उजागर
एसपी ऋचा तोमर ने भरोसा दिलाया कि आमजन यदि किसी सूचना को गोपनीय रखना चाहते हैं तो वह सीधे एसपी कार्यालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर या उनके निजी नंबर पर जानकारी दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम उजागर नहीं किया जाएगा.
कैफे कल्चर और नशे के खिलाफ भी एक्शन मोड में पुलिस
मीडिया से बातचीत में एसपी तोमर ने कहा कि कुचामन में फैलता कैफे कल्चर और युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति बेहद चिंताजनक है. पुलिस इन बुराइयों को समाज के सहयोग से जड़ से खत्म करने की तैयारी में है.
प्याऊ का लोकार्पण और सम्मान समारोह
एसपी तोमर ने कार्यक्रम से पहले लायंस क्लब कुचामन फोर्ट की प्रेरणा से भामाशाह रामानंद चंद्र कुमार वर्मा परिवार द्वारा पुनर्निर्मित प्याऊ का उद्घाटन भी किया.
इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत हुई जिसमें सामाजिक संगठनों ने साफा, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका भव्य स्वागत किया। कार्यक्रम का मंच संचालन एडवोकेट दौलत खान ने किया.
“कुचा ए अमन” गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल
एसपी ऋचा तोमर ने कुचामन की गंगा-जमुनी तहजीब की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शहर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है. युवाओं से आह्वान किया कि वे इस तहजीब को आगे बढ़ाएं और समाज को मजबूत बनाएं. उन्होंने कहा कि पुलिस अकेले कुछ नहीं कर सकती, अपराधमुक्त समाज के लिए जनता का साथ जरूरी है.
बैठक में ये रहे मौजूद
इस बैठक में एएसपी नेमीचंद, सीओ अरविंद विश्नोई, थानाधिकारी सतपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में महिला सखी, सीएलजी सदस्य, शांति समिति और शहर के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे.
एसपी ऋचा तोमर के इस संवाद ने जनता में पुलिस के प्रति भरोसे की नई लकीर खींच दी है. यदि प्रशासन और समाज साथ चले तो ‘कुचामन ए अमन’ को अपराधमुक्त बनाना अब कोई सपना नहीं, हकीकत बन सकता है.