डीडवाना के रुद्राक्ष भारद्वाज अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमके, जानिए क्या है वजह?

Rajasthan: प्रतिभाओं से भरपूर ऐतिहासिक नगरी डीडवाना एक बार फिर चर्चा में है. शहर के होनहार शोधार्थी रुद्राक्ष भारद्वाज ने वैश्विक स्तर पर डीडवाना का नाम रोशन करते हुए स्पेन के प्रसिद्ध शहर बार्सिलोना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए प्रस्थान किया है. इस सम्मेलन में वे अगले चार दिनों तक भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में अपना शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे.

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 रुद्राक्ष की शैक्षणिक यात्रा: डीडवाना से दिल्ली होते हुए IIT तक

रुद्राक्ष भारद्वाज, डीडवाना के गजानंद मंदिर क्षेत्र निवासी और राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त व्याख्याता हनुमान प्रसाद गौड़ के पौत्र हैं। उनके पिता अनंत गौड़ भी शिक्षाविद हैं.
रुद्राक्ष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा श्रीनिवासाचार्य विद्या मंदिर डीडवाना से प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित करोड़ीमल कॉलेज से स्नातकोत्तर (M.Sc.) की डिग्री हासिल की। वर्तमान में वह IIT रोपड़ (पंजाब) से मैटेरियल एंड मेटलर्जिकल फिजिक्स विषय में पीएचडी कर रहे हैं.

 बार्सिलोना कॉन्फ्रेंस में शोधपत्र वाचन: क्षेत्र का पहला युवा

रुद्राक्ष भारद्वाज क्षेत्र के पहले ऐसे युवा हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय धरती पर वैज्ञानिक शोधपत्र पढ़ने का अवसर मिला है। उनकी इस उपलब्धि पर डीडवाना और आसपास के क्षेत्रों में गर्व और खुशी की लहर है.

 नेताओं और नागरिकों ने दी शुभकामनाएं

रुद्राक्ष के स्पेन रवाना होते ही बधाई देने वालों का तांता लग गया। क्षेत्रीय विधायक यूनुस खान ने रुद्राक्ष को व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं और कहा,

“ऐसे युवाओं पर पूरे क्षेत्र को नाज है. रुद्राक्ष जैसे मेधावी छात्र समाज के लिए प्रेरणा हैं.”

वरिष्ठ पत्रकार अबरार अली बेरी ने इस मौके पर कहा की “रुद्राक्ष भारद्वाज की यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि डीडवाना की समृद्ध शैक्षिक विरासत और सामाजिक संस्कृति की जीत है. ये दर्शाता है कि छोटे शहरों से निकलने वाली प्रतिभाएं वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहीहैं.”

इसके अलावा शहर के  मोहम्मद नईम, महेंद्र विक्रम सोनी, एडवोकेट अजीत सिंह राठौड़, गणेश गौड़, कुमार मनेंद्र, नासिर मॉर्डन, रत्न लाल, डॉ. गणेश सैनी, अमजद एच पठान सहित अनेक गणमान्य लोगों ने भी बधाई और शुभकामनाएं दी हैं.

🔍 हाइलाइट्स:

रुद्राक्ष का चयन अंतरराष्ट्रीय भौतिकी सम्मेलन (Barcelona International Physics Conference) के लिए IIT रोपड़ से पीएचडी कर रहे हैं डीडवाना से श्रीनिवासाचार्य विद्यालय से शुरू किया था शिक्षा का सफर क्षेत्र के पहले युवा जिनका शोध विदेशी धरती पर प्रस्तुत होगा. समाज के हर वर्ग से मिल रही सराहना और समर्थन.

“रुद्राक्ष भारद्वाज की यह उपलब्धि सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि डीडवाना की समृद्ध शैक्षिक विरासत और सामाजिक संस्कृति की जीत है। ये दर्शाता है कि छोटे शहरों से निकलने वाली प्रतिभाएं वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं.

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