उत्तर प्रदेश के नोएडा से साइबर ठगी का बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग दंपति को मनी लॉन्ड्रिंग केस का डर दिखाकर भारी भरकम रकम वसूल ली. जानकारी के मुताबिक, साइबर ठगों ने न्यायालय में पेशी की धमकी और सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट में 3 करोड़ 14 लाख रुपए ट्रांसफर कराने का दबाव बनाया गया. 78 वर्षीय बुजुर्ग द्वारा ठगों को 3.14 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए.
नोएडा के सेक्टर-75 के रहने वाले बुजुर्ग दंपति को साइबर ठगों ने सीबीआई और आईपीएस अधिकारी बनकर ठगी की. पीड़ित एक इंश्योरेंस कंपनी से रिटार्यड फंक्शनल डायरेक्टर है. ठगों ने उनकी पत्नी और उनको 15 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान उन्हें सीबाआई अधिकारी बनकर डराया गया. इतना ही नहीं उन्हें कोर्ट में पेश कर सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट में रुपए डालने के लिए दबाव बनाया गया.
बुजुर्ग दंपत्ति इस प्रकार डर गए कि उन्होंने साइबर ठगों के खातों में कई बार में 3 करोड़ 14 लाख रुपए की राशि ट्रांसफर कर दिए. ठगी का शिकार होने की जानकारी होने पर बुजुर्ग ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं इस मामले में डीसीपी साइबर सिक्योरिटी प्रीति यादव ने कहा कि ठगों को पकड़ने और मामले की जांच के लिए टीम लगाई गई है.
बुजुर्ग दंपति से साइबर ठगी
पीड़ित बुजुर्ग ने कहा कि 24 फरवरी को ट्राई के नाम पर कॉल आई और एक नंबर के बारे में जानकारी मांगी गई. उन्होंने कहा कि पहले तो हमें समझ नहीं आया लेकिन जब हमने ध्यान दिया तो वो हमारा एक पुराना नंबर था, जो खो गया था. उन्होंने कहा कि कॉलर ने कहा कि इस नंबर का लिंक नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में आया है. ये भी कहा गया कि ये मामले में मुंबई के एक थाने में चल रहा है. इस दौरान एक युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बात करने लगा और थाने में आने के लिए कहा. पीड़ित ने बताया कि जब हमने कहा कि हम आने में असमर्थ हैं तो ऑनलाइन ही केस की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कहा.
15 दिन तक किया डिजिटल अरेस्ट
पीड़ित के अनुसार, आरोपियों ने अपनी कार्रवाई को 26 फरवरी से शुरू किया. उन्होंने कहा कि इस दौरान हमारी पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया. वीडियो कॉल पर एक आरोपी ने आईएएस अधिकारी और एक ने सीबाआई अधिकारी बनकर बात की और कहा गया कि अगर वो इस बारे में किसी को जानकारी देंगे तो उन पर शख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद ठगों ने डराने के लिए बुजुर्ग से कहा कि ये केस बहुत बड़ा है आपको चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के सामने पेश किया जाएगा.