जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश भर में गुस्से का माहौल है. देश भर के लोग पाकिस्तान से इस हमले का बदला लेने की बात कह रहे हैं. दूसरी तरफ वक्फ कानून को लेकर भी घमासान मचा हुआ है, जिसमें जमकर सियासी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने एआईएमपीएलबी पर वक्फ कानून के खिलाफ डिजिटल जिहाद फैलाने का आरोप लगाया है.
भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) पर वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ सोशल मीडिया पर डिजिटल जिहाद अभियान चलाने का आरोप लगाया है. अल्पसंख्यक मोर्चा ने इसे संसद और भारत के संविधान के खिलाफ खुला डिजिटल विद्रोह बताया है.
विथड्रॉ वक्फ अमेंडमेंट्स का चलाया जा रहा हैशटैग
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के आरोप पर फिलहाल एआईएमपीएलबी की ओर से कोई रियेक्शन सामने नहीं आया है. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रमुख जमाल सिद्दीकी ने एक बयान में कहा कि सरकार को ऐसे भड़काऊ तत्वों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर यह नहीं रुका तो देश का कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
सिद्दीकी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ विथड्रॉ वक्फ अमेंडमेंट्स हैशटैग के तहत अभियान चला रहा है और मुसलमानों से एक्स पर डिजिटल जिहाद छेड़ने का आह्वान कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह कोई फतवा नहीं है, बल्कि देश की संसद और संविधान के खिलाफ खुला डिजिटल विद्रोह है.
सुप्रीम कोर्ट में वक्फ कानून का मामला
वक्फ कानून संसद के दोनों सदनों से पास हो चुका है, जिसे राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल चुकी है. हालांकि कई लोगों ने इसका विरोध भी किया. यही कारण कि वक्फ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं. यही कारण है कि वक्फ अधिनियम को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सरकार की ओर से आरोप लगाया गया कि इस कानून को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ता अदालत को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.