डिंडोरी: कन्या आश्रम में पढ़ाई की जगह बच्चियों से कराई जा रही सफाई, अधीक्षिका पर उठे सवाल

डिंडोरी : मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल डिंडोरी जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. समनापुर स्थित अंग्रेजी माध्यम कन्या आश्रम की छात्राओं से पढ़ाई की उम्र में झाड़ू-पोछा और सफाई जैसे काम कराए जा रहे हैं. यह सब छात्रावास की अधीक्षिका की मौजूदगी में हो रहा है. इस घटना के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था और प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं.

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सरकार “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” और “शिक्षा का अधिकार” जैसे नारे देती है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत नजर आ रही है. बच्चियों को पढ़ने-लिखने और रहने की पूरी सुविधाएं देने के दावे किए जाते हैं, लेकिन जब जिम्मेदारी निभाने वाले ही तानाशाही रवैया अपनाएं तो हालात चिंताजनक हो जाते हैं.

 

बताया जा रहा है कि छात्रावास की अधीक्षिका धानी मोगरे पिछले दस वर्षों से बिना तबादले के यहीं तैनात हैं. उनकी मूल नियुक्ति पिपरिया स्कूल में है, लेकिन कथित प्रभाव और पहुंच के चलते वे अब तक वहीं बनी हुई हैं. कुछ समय पहले कलेक्टर नेहा मारव्या के निरीक्षण में भी आश्रम में कई खामियां पाई गई थीं, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई न होने से अधीक्षिका के हौसले बुलंद हैं.

 

अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और बच्चियों को उनका हक दिलाने के लिए कौन-सी ठोस कार्रवाई की जाती है.

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