मुरैना। जौरा क्षेत्र के कांसपुरा गांव में ग्रामीण बुखार से पीड़ित हो गए हैं। आलम यह है कि लगभग हर घर में बुखार से पीड़ित मरीज है। लगभग तीन सौ से अधिक मरीज इस समय बीमार हालत में हैं, जहां कुछ लोग प्राइवेट अस्पतालों से उपचार करा रहे हैं। एक युवक की मौत भी हो चुकी है। बुखार फैलने की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और सोमवार से यहां डॉक्टरों की टीम भेजकर कैंप कराया जा रहा है। ग्रामीण डेंगू फैलने की बात कह रहे हैं। वहीं, सरकारी डॉक्टर प्राइवेट लैबों की जांच को अमान्य कर खुद की जांच करने की बात कह रहे हैं, वहीं इसे सामान्य वायरल फीवर बता रहे हैं।
70 प्रतिशत ग्रामीण बुखार से पीड़ित
उल्लेखनीय है कि कांसपुरा गांव में पिछले 15 दिनों से सैंकड़ों ग्रामीण बुखार, उल्टी से पीड़ित है। यहां ग्रामीणों के मुताबिक यहां 1200 की आबादी में से 70 प्रतिशत ग्रामीण बुखार से पीड़ित है। इस बीच 24 अगस्त को 25 वर्षीय युवक आकाश कुशवाह का निधन भी हो गया। आकाश के पिता धनपाल ने बताया कि आकाश को 20 अगस्त को बुखार आया था। जिसका जौरा अस्पताल में जांच कराई। उसकी प्लेटलेट कम होने पर मुरैना प्राइवेट अस्पताल ले गए, इसके बाद ग्वालियर में उसकी हालत खराब होती चली गई।
गांव में बुखार से पीड़ित सैकड़ों मरीज
प्लेटलेट्स लगातार नीचे आई। किडनी और लीवर में भी इंफेक्शन हो गया। 24 को उसका निधन हो गया। गां व में कई परिवार हैं जो बुखार से पीड़ित है। सिरनाम व उसकी पत्नी व दो बेटियां प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। इसी तरह 12 साल का अनीश बीमार है। उसकी प्लेटलेट्स महज 30 हजार रह गई है। उसका भी प्राइवेट अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। गांव में बुखार से पीड़ित सैकड़ों मरीज है।
दो दिन से डॉक्टरों की टीम कर रही कैंप
कांसपुरा में बुखार फैलने की वजह से सोमवार को डॉक्टरों की टीम पहुंची। जहां डेंगू व मलेरिया की सिलाइड बनाई गई। जिसमें 23 मरीजों के डेंगू के सेंपल लिए और 70 लोगों की मलेरिया जांच की गई है। कई लोगों को डेंगू पॉजिटिव प्राइवेट लैब में आया है, उनको मान्य न कर अपनी जांच स्वास्थ्य महकमा कर रहा है। इसके साथ ही गांव में फॉगिंग कराई जा रही है और गांव में लार्वा खोजा जा रहा है। बताया जाता है कि 16 घरों में लार्वा मिला है। अभी तक डॉक्टरों की टीम 150 मरीजों का इलाज कर दवाएं वितरण करने में जुटे हैं।