महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय में कार्यरत चपरासी की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यह वारदात मुंबई के मुलुंड पश्चिम इलाके में हुई. घटना में चपरासी का दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुलुंड पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना के संबंध में मुलुंड पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक अजय जोशी ने बताया कि मारे गए चपरासी की पहचान अक्षय नार्वेकर (उम्र 30) के रूप में हुई है. उसका दोस्त आकाश गंभीर रूप से घायल हो गया. अक्षय ठाणे के वागले एस्टेट के किसान नगर में रहता था और उसका दोस्त आकाश मुलुंड पश्चिम वैशाली नगर इलाके में रहता है. उन्होंने बताया कि अक्षय रविवार दोपहर तंदूरी चिकन खरीदने के लिए ठाणे के किसान नगर में इमरान खान के चिकन सेंटर गए थे. तंदूरी चिकन देने के बाद इमरान ने अक्षय से 200 रुपये मांगे, लेकिन अक्षय ने कहा कि उसके पास कैश नहीं है और बाद में दे देगा. लेकिन इमरान अक्षय से बहस करना लगा. अक्षय ने यूपीआई के जरिये 200 रुपये भुगतान कर विवाद को अस्थायी तौर पर सुलझा लिया था.
शाम को अक्षय और आकाश मुलुंड पश्चिम के वैशाली नगर में इमरान के भाई सलीम के चिकन सेंटर पर गए. इमरान भी वहां आ गया. दोपहर के विवाद को लेकर उनके बीच फिर बहस शुरू हो गई. इस दौरान सलीम और इमरान ने अक्षय की पिटाई कर दी. स्थानीय लोगों ने विवाद सुलझाया और अक्षय को वहां से चले जाने को कहा. जैसे ही अक्षय और आकाश कुछ दूर गए, दोनों भाई सलीम और इमरान तीन अन्य लोगों के साथ वहां आ गए और पांचों ने अक्षय और आकाश को पीटना शुरू कर दिया. सलीम ने अपने साथ लाए चाकू से अक्षय और आकाश पर वार कर दिया. इमरान ने भी लोहे की रॉड से अक्षय के सिर पर वार किया और पांचों मौके से भाग गए.
घटना की जानकारी मिलते ही मुलुंड पुलिस मौके पर पहुंची. तब तक घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल लाया जा चुका था. लेकिन डॉक्टर ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया और आकाश को प्राथमिक उपचार के बाद सायन अस्पताल रेफर कर दिया गया. मुलुंड पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ हत्या, साजिश, हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपियों की पहचान इमरान महमूद खान (27), सलीम महमूद खान (29), फारूक बागवान (38), नौशाद बागवान (35) और अब्दुल बागवान (उम्र 40) के रूप में की गई है. सभी पांच लोगों को सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और उन्हें आठ मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.