मुरैना के जौरा खुर्द गांव में पानी की मोटर चलाने को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। दो पड़ोसियों के बीच शुरू हुआ मामूली मुंहवाद देखते ही देखते फायरिंग तक पहुंच गया। घटना में कोई घायल तो नहीं हुआ, लेकिन एक पक्ष के घर की दीवारों और दरवाजों में गोलियों के कई निशान मिले हैं।
यह घटना 23 मई की रात की है, लेकिन पीड़ित परिवार ने डर के कारण तत्काल शिकायत दर्ज नहीं कराई। दो दिन बाद, शनिवार देर रात को सिविल लाइन थाना पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें हमलावरों को फायरिंग करते देखा जा सकता है।
झगड़ा, धमकी और फिर गोलियां
जौरा खुर्द में रहने वाले अजय रजक का पड़ोसी सुमित रजक से पानी की मोटर चलाने को लेकर विवाद हुआ था। बात 23 मई दोपहर की है, जब दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी। उस समय मामला शांत हो गया, लेकिन उसी रात करीब 10:30 बजे सुमित रजक अपने साले अवधेश रजक, पिता विनोद रजक और रंजीत रजक के साथ अजय के घर के बाहर पहुंचा। सभी के पास अवैध हथियार थे।
आरोप है कि सुमित और उसके साथियों ने पहले गाली-गलौज की, फिर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग से अजय रजक के घर की दीवारों और दरवाजों में गोलियों के छेद हो गए। परिवार के सदस्य जान बचाकर घर के भीतर छुप गए। फायरिंग के बाद आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पुलिस में शिकायत की गई तो गंभीर अंजाम भुगतने होंगे।
डर के साए में दो दिन बीता परिवार
घटना के बाद अजय रजक और उनके परिजन इतने डरे हुए थे कि उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। बाद में कुछ सामाजिक लोगों ने उन्हें हिम्मत दी, तब जाकर शनिवार शाम वे सिविल लाइन थाने पहुंचे। देर रात पुलिस ने सुमित रजक, अवधेश रजक, विनोद रजक और रंजीत रजक के खिलाफ मामला दर्ज किया।
सिविल लाइन थाना प्रभारी दर्शन लाल शुक्ल ने बताया कि घटना में फायरिंग के स्पष्ट सबूत मिले हैं। चार लोगों को आरोपी बनाया गया है और उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है।