छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का पार्टी से लगातार मोहभंग हो रहा है। इसी कड़ी में रायगढ़ के कांग्रेस नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति-रीति से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थाम लिया है। छत्तीसगढ़ के वित्त एवं आवास-पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी के समक्ष कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्य कैलाश नायक, रायगढ़ के पूर्व विधायक के प्रतिनिधि हुकुम चंद अग्रवाल सहित महावीर अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, योगेन्द्र अग्रवाल, टिंकू अग्रवाल भाजपा में प्रवेश किया। वित्त मंत्री चौधरी ने सभी को भगवा गमछा पहनाकर स्वागत किया।
भाजपा से आए थे पिता
कैलाश नायक के पिता स्व. डॉ. शक्राजीत नायक पूर्व में भाजपाई थे और सरिया विधानसभा से भाजपा के विधायक भी थे। स्व. अजीत जोगी ने मुयमंत्री रहते हुए उन्हें कांग्रेस लाया। सरिया विधानसभा सीट विलोपित होने के बाद उन्हें रायगढ़ से कांग्रेस की टिकट दी गई और रायगढ़ विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद डॉ. नायक के पुत्र प्रकाश नायक को टिकट दी और वे जीते। उन्हें भाजपा के ओपी चौधरी ने हराया। वहीं कैलाश नायक ओपी चौधरी के नेतृत्व में भाजपा प्रवेश किए।
बड़े भाई ने घर में किया था बोरे बासी का आयोजन
खास बात यह है कि बुधवार को रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक रायगढ़ स्थित अपने निवास में मजदूर दिवस के दिन बोरे बासी का आयोजन किए थे। इस आयोजन में पूर्व मुयमंत्री भूपेश बघेल, सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, विधायक उमेश पटेल, विधायक लालजीत सिंह राठिया सहित अन्य कांग्रेस नेता इस आयोजन में शामिल हुए थे। उधर दूसरी ओर उनके भाई कैलाश नायक ने भाजपा का दामन थाम लिया। कैलाश नायक से चर्चा करने पर उनका कहना था कि वे भाजपा की रीति नीति से प्रभावित हैं और यह परिवार से हट कर उनका अपना निर्णय है।
लोकसभा चुनाव अपनी चरम पर पहुंच रहा है तो कांग्रेस में उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। बुधवार को रायगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक प्रकाश नायक के छोटे भाई जिला पंचायत सदस्य कैलाश नायक ने कांग्रेस को बाय-बाय करते हुए भाजपा का दामन थाम लिया है। कैलाश ने उस दिन भाजपा का दामन थामा जिस दिन पूर्व विधायक प्रकाश नायक अपने रायगढ़ स्थित निवासी में पूर्व मुयमंत्री सहित कांग्रेस विधायक व अन्य के साथ घर पर बोरे बासी भोजन का आयोजन किया था।