लखीमपुर खीरी : 07 दिसंबर सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर धनंजय प्रसाद सिंह ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, एसपी गणेश प्रसाद साहा और एडीएम संजय कुमार सिंह को सशस्त्र सेना झंडा दिवस का प्रतीक ध्वज लगाया एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया.
इस दौरान उन्होंने इस स्मारिका का विमोचन भी किया.डीएम, एसपी ने सैनिक कल्याण के लिए सहयोग राशि भी प्रदान की.डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने भारतीय सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर वीर जवानों और उनके परिजनों को हृदय से प्रणाम करते हुए कहा कि देश-देशवासियों की रक्षा के लिए अपने प्राणों को उत्सर्ग करने वाले वीरों के परिवारों के कल्याण के लिए सहयोग करने का यह दिन है.
मां भारती के गौरव एवं सम्मान की रक्षा करते हुए प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीदों के आश्रितों एवं परिजनों तथा दिव्यांग सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के कल्याण के इस पुनीत कार्य में हम सभी योगदान दें.देश के वीर जवानों और उनके परिजनों को प्रणाम करता हूं.
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के सैनिक देश की रक्षा, आंतरिक सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के कारण कर्तव्य पालन करते हुए वीरगति को प्राप्त हो जाते हैं.
इन सैनिकों को स्मरण करने, सम्मान देने तथा देश के नागरिकों द्वारा सैनिकों के प्रति सम्मान भाव प्रकट करने के लिए प्रतिवर्ष 07 दिसंबर सशस्त्र सेना झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है.
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी विंग कमांडर धनंजय प्रसाद सिंह ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर मोटर वाहनों में लगने वाले कार ध्वज तथा प्रतीक ध्वज वितरित किए जाते हैं.
वितरण द्वारा संग्रहित राशि से शहीद सैनिकों के आश्रित परिजनों, दिव्यांग सैनिकों, पूर्व सैनिकों, सेवारत सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण व पुनर्वास से संबंधित आर्थिक सहायता योजनाएं संचालित की जाती हैं.
उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था तब बनाई गई थी, जब देश की, सेना की, और सैनिकों की आर्थिक स्थिती अच्छी नहीं थी.आज स्थिती काफी बेहतर है. फिर भी सेना के अटूट मनोबल को और सबल बनाने के प्रति जन जन की प्रचूर भावना को सैनिक कल्याण के साथ समेकित करने की इस व्यवस्था को कायम रखना आवश्यक है.