जनपद बहराइच को केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के उत्कृष्ट कार्यान्वयन, समयबद्ध जनसमस्याओं के समाधान, महिला सशक्तिकरण और जनसहभागिता आधारित अभिनव “सेवा से संतृप्तिकरण अभियान” के लिए वर्ष 2023 के प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार 17वें लोक सेवा दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जिलाधिकारी मोनिका रानी को प्रदान किया गया.
बहराइच – प्रदेश का एकमात्र जनपद जिसे मिला प्रतिष्ठित पुरस्कार
यह पुरस्कार देश भर के 750 से अधिक जिलों में से केवल 10 जिलों को “समग्र विकास श्रेणी” में चयनित कर दिया गया है, जिनमें से उत्तर प्रदेश का एकमात्र जनपद बहराइच है. प्रधानमंत्री पुरस्कार में जिले के समग्र विकास के अंतर्गत हर घर जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण/शहरी), मिशन इन्द्रधनुष, आयुष्मान भारत, पीएम स्वनिधि, मातृ वंदना, विश्वकर्मा, पीएम पोषण योजना, मुद्रा योजना व किसान क्रेडिट कार्ड जैसे 12 प्रमुख योजनाओं के कार्यान्वयन को आंका गया.
5 चरणीय प्रक्रिया से होता है चयन
प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयन की प्रक्रिया बेहद कठिन और बहुपरतीय होती है:
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प्रथम चरण: संबंधित विभागों के राष्ट्रीय पोर्टल पर उपलब्ध डाटा से जिलों द्वारा भेजे गए आंकड़ों का मिलान.
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द्वितीय चरण: शॉर्टलिस्टेड जिलों से लाभार्थियों और हितधारकों से दूरभाष पर फीडबैक.
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तृतीय चरण: केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा स्थल भ्रमण और नवाचारों का मूल्यांकन.
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चतुर्थ चरण: जिलाधिकारियों द्वारा कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में प्रस्तुतीकरण.
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पाँचवां चरण: प्रधानमंत्री के अनुमोदन के बाद अंतिम सूची तैयार की जाती है.
जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों व जनता को समर्पित किया पुरस्कार
पुरस्कार प्राप्त होने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जिले के जनप्रतिनिधियों, अधीनस्थ अधिकारियों, मीडिया प्रतिनिधियों और जनपदवासियों का आभार व्यक्त किया और यह सम्मान आकांक्षी जनपद बहराइच के लोगों को समर्पित किया. उन्होंने इसे एक “सामूहिक प्रयास का परिणाम” बताया जो जनसेवा के क्षेत्र में प्रेरणा देगा.
लोक प्रशासन में नवाचार और उत्कृष्टता को मिला राष्ट्रीय मंच
भारत सरकार द्वारा लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए दिए जाने वाले इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का उद्देश्य है सिविल सेवकों के नवाचार, रचनात्मक प्रतिस्पर्धा और अनुकरणीय कार्यों को पहचान देना. यह पुरस्कार उत्कृष्ट कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनने का अवसर प्रदान करता है.