Uttar Pradesh: गोण्डा जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद में निराश्रित गोवंशों के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान में लापरवाही बरतने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई है, डीएम ने यह आदेश दिया कि नगर क्षेत्र, प्रमुख बाजारों और मुख्य मार्गों पर भटक रहे गोवंशों को शीघ्र गो-आश्रय स्थलों में पहुंचाकर उनका संरक्षण सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक इन सभी गोवंशों को सुरक्षित आश्रय स्थल नहीं भेजा जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा और संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.
डीएम के निर्देशों के बाद, इस अभियान के तहत अब तक केवल 67 गोवंशों को संरक्षित किया गया है, जो कि बहुत ही कम संख्या है. 9 नवम्बर को इस अभियान की रिपोर्ट में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 10-10 गोवंशों के संरक्षण की जानकारी दी गई थी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि अभियान में केवल खानापूर्ति हो रही है.
डीएम ने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि, वे इस कार्य में व्यक्तिगत रुचि लें और अधिक सक्रियता दिखाएं, साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी विकास खंड या नगर निकाय में सहयोग में कोई कठिनाई आए, तो इसकी जानकारी जिलाधिकारी या मुख्य विकास अधिकारी को दी जाए. डीएम ने यह स्पष्ट किया कि अभियान को तब तक जारी रखा जाएगा. जब तक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी गोवंशों को गो-आश्रय स्थल में नहीं भेज दिया जाता. इसके बाद ही इस कार्य में जिम्मेदार अधिकारियों के वेतन की समीक्षा की जाएगी.