गांव चौपाल में डीएम का एक्शन मोड: 2 साल से गायब प्रधानाध्यापिका पर गिर सकती है गाज, जल मिशन पर भी लगाई फटकार

गोंडा: बेलसर विकासखंड के गांवों में मंगलवार को ‘गांव चौपाल’ के तहत कुछ अलग ही दृश्य देखने को मिला. जिलाधिकारी नेहा शर्मा जब ग्रामीणों की समस्याएं सुनने गांव पहुंचीं, तो एक-एक कर चौंकाने वाले खुलासे सामने आने लगे. कहीं शिक्षा व्यवस्था की पोल खुली, तो कहीं पेयजल योजनाएं सिर्फ कागजों में ही सजी-संवरी दिखीं.

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ग्राम पंचायत सुनौली मोहम्मदपुर में ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पिछले दो वर्षों से स्कूल नहीं आ रही हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है. यह सुनते ही डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई और तुरंत जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए. संकेत मिले हैं कि संबंधित प्रधानाध्यापिका पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है.

वहीं डिडिसिया कला गांव में ग्रामीणों ने शिकायत की कि जल जीवन मिशन के तहत बनी पानी की टंकी और घर-घर पाइपलाइन तो लग गई है, लेकिन पानी एक बूंद भी नहीं आता. इस पर डीएम ने जल निगम के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सख्त लहजे में कहा कि अब बहाने नहीं चलेंगे, पानी चाहिए हर हाल में.

चौपाल में डीएम के साथ एडीएम, सीआरओ, नगर मजिस्ट्रेट, डीपीआरओ, बीडीओ सहित पूरी प्रशासनिक टीम मौजूद रही. हर शिकायत को गंभीरता से सुना गया और कई समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया गया.

ग्रामीणों ने प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अब पहली बार ऐसा महसूस हो रहा है कि सरकार वाकई हमारी बात सुन रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि गांव चौपाल अब सिर्फ औपचारिकता नहीं, समाधान की पहली सीढ़ी बनेगा.

 

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