वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश ने कट्टरपंथी सिख उपदेशक जरनैल सिंह भिंडरावाले के खिलाफ टिप्पणी के लिए अपनी पार्टी की सांसद और बॉलीवुड स्टार कंगना रनौत की आलोचना की है.
होशियारपुर के पूर्व सांसद का यह कड़ा बयान कंगना द्वारा एक टीवी इंटरव्यू में भिंडरावाले को “संत नहीं बल्कि आतंकवादी” कहने के एक दिन बाद आया है. अपने एक्स पोस्ट में सोमप्रकाश ने भिंडरावाले को “संत” बताया.
सोमप्रकाश ने भिंडरावाले को बताया संत
सोम प्रकाश ने एक्स पर लिखा कहा, “कंगना रनौत को संत जरनैल सिंह और सिख समुदाय के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणी करने से बचना चाहिए. ऐसी टिप्पणियों से सिख समुदाय की भावनाएं आहत होती हैं. उन्हें अनुशासन में रहना चाहिए. किसी को भी पंजाब में शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.”
आपको बता दें कि कंगना अपनी फिल्म इमरजेंसी को लेकर भी विवादों में हैं, जो 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन सेंसर सर्टिफिकेशन के कारण इसे टाल दिया गया था. सिख संगठनों ने कंगना पर अपनी फिल्म के ट्रेलर में पूरे सिख समुदाय की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.
Kangana Ranaut must restrain from making unnecessary comments against sant Jarnail singh and sikh community. Such remarks hurt the feelings of Sikh community. She must remain in discipline
No body should be allowed to disturb peace in Punjab.— Som Parkash ਸੋਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ (@SomParkashBJP) September 18, 2024
कंगना के खिलाफ चंडीगढ़ में केस दर्ज
इस बीच चंडीगढ़ की एक अदालत ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिखों की छवि खराब करने के आरोप में दर्ज शिकायत के आधार पर कंगना रनौत और अन्य को नोटिस जारी किया है. प्रतिवादियों को पांच दिसंबर तक अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है. बस्सी ने याचिका में आरोप लगाया कि रनौत और अन्य प्रतिवादियों ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ में ”सिखों की छवि खराब करने” की कोशिश की है.खासतौर पर अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार को ‘आतंकवादी’ के रूप में चित्रित करके उन्हें ‘निशाना बनाया’ है.
बस्सी ने याचिका में आरोप लगाया, ”आरोपियों ने इतिहास के उचित तथ्यों और आंकड़ों का अध्ययन किए बिना सिखों के बारे में खराब अवधारणा चित्रित की है और सिख समुदाय के जत्थेदार के खिलाफ गलत और झूठे आरोप भी लगाए हैं.