सर्दियों में कई लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का सामना करते हैं. ये एक तरह का डिप्रेशन है, जो ज्यादातर ठंड के मौसम में होता है. इस दौरान व्यक्ति के अंदर कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक लक्षण नजर आते हैं. दरअसल, ये एक तरह का मूड डिसऑर्डर है.
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के लक्षण
मनोवैज्ञानिकों के मुताबिक, व्यक्ति में सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के लक्षण आमतौर पर ठंडे मौसम और सूरज की रोशनी में कमी के कारण नजर आते हैं. इस स्थिति में व्यक्ति को बहुत अधिक थकान, उदासी और निराशा महसूस हो सकती है.
इसके अलावा अन्य लक्षणों में नींद से जुड़ी परेशानी, खाने की आदतों में बदलाव जैसे ज्यादा खाने की इच्छा और किसी भी चीज पर फोकस करने में कमी शामिल हैं. सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर की वजह से इंसान की मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है. इस दौरान व्यक्ति के दिमाग में स्ट्रेस लेवल बढ़ जाता है.
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर को ऐसे करें कंट्रोल
1. ऐसे लोगों के साथ वक्त बिताएं, जिनसे आपको खुशी मिलती है. कई बार जब हम उदास होते हैं तो खुद को एक कमरे में बंद कर लेते हैं, लेकिन ऐसा ना करें क्योंकि अकेलापन आपकी उदासी को और बढ़ाएगा. इसकी जगह अपने पसंदीदा लोगों के साथ समय बिताएं.
2. सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के दौरान अक्सर व्यक्ति ज्यादा खाने लगता है, लेकिन ऐसा ना करें क्योंकि अनहेल्दी खाना आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है. इसलिए हेल्दी खाना खाएं.
3. अपने मूड को रिफ्रेश करने के लिए घर से बाहर वॉक करने जाएं, क्योंकि ताजी हवा में सांस लेने से तनाव दूर होता है. इसके अलावा छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढने की कोशिश करें.
4. अपने दिमाग को व्यस्त रखने के लिए कुछ करना सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर की भावनाओं से ध्यान हटाने या निपटने का एक आसान तरीका है. ऐसे में जिम जॉइन करें, पढ़ने के लिए कोई नई किताब या कोई नया क्राफ्ट प्रोजेक्ट ढूंढे. साथ ही अपनी पसंदीदा हॉबी जैसे कि पेंटिंग, डांसिंग आदि करें.
5. अपना एक शेड्यूल बनाएं, जैसे समय पर सोना और जागना. इससे आपको वर्क प्रेशर भी फील नहीं होगा और साथ में मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा.
6. नींद की कमी या ज्यादा नींद आना सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का एक कॉमन लक्षण है. इससे बचने के लिए कैफीन युक्त पदार्थों का कम सेवन करें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
7. विटामिन डी की कमी डिप्रेशन के लक्षणों को ज्यादा बढ़ा देती है. इसलिए रोजाना 10 मिनट सुबह की गुनगुनी धूप में बैठें और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें.