7 मई 2025… यानी अब से कुछ घंटे बाद आने वाली है वो तारीख, जब देश में जंग के सायरन बजने शुरू हो जाएंगे. आम नागरिकों को अलर्ट करने वाली मॉक ड्रिल होगी. युद्ध के हालात में बचने की ट्रेनिंग दी जाएगी लेकिन शायद आपको ये बात पता नहीं है कि भारत में बजने वाले इस सायरन की सनसनाहट अभी से पूरे पाकिस्तान में महसूस होने लगी है. भारत में बजने वाले इस सायरन से शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर की कंपकपाहट कई गुना बढ चुकी है.
भारत में सायरन से पाक में टेंशन
भारत में होने वाली मॉक ड्रिल और इस दौरान बजने वाले सायरन से पूरे पाकिस्तान में सन्नाटा छा गया है. इस्लामाबाद को जब से दिल्ली की ये बिग न्यूज़ मिली है कि 7 मई यानी कि कल पूरे भारत देश में हवाई सायरन की गूंज सुनाई देगी और ये एक अभ्यास का हिस्सा होगा, तभी से पाकिस्तान के दिलों की धड़कनें बढ़ गई हैं. दिल्ली में गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के बाद इस्लामाबाद में कल से लेकर अभी तक क्या क्या हड़कंप मच चुका है. आज पीएम शहबाज शरीफ भागे-भागे ISI के हेडक्वार्टर पहुंच गए.
ISI हेडक्वार्टर में बड़ी मीटिंग
उन्होंने आनन-फानन ISI हेडक्वार्टर में एक बड़ी मीटिंग की. इस मीटिंग में ISI चीफ के अलावा आसिम मुनीर भी मौजूद थे. सबके चेहरे पर भारत में कल बजने वाले युद्ध सायरन के अभ्यास की टेंशन साफ दिख रही थी. खबर है कि इस दौरान मीटिंग में काफी देर तक भारत के इसी मॉक ड्रिल पर चर्चा होती रही. वहां से खबरें वायरल हैं कि इस दौरान शहबाज शरीफ ने आसिम मुनीर से जब ये पूछा कि भारत क्या सच में हमला कर देगा तो ISI चीफ मलिक और आसिम मुनीर दोनों ने जवाब में सिर नीचे झुका लिया यानी पाकिस्तान को पक्की इंटेल है कि भारत कोई बड़ा एक्शन लेने वाला है और ये सायरन वाली तैयारी इसीलिए है.
शहबाज और मुनीर के उड़े होश
भारत में युद्ध सायरन की प्रैक्टिस से सिर्फ शहबाज और मुनीर के होश नहीं उड़े हैं, वहां की संसद में भी सायरन की दहशत है. डर के मारे सन्नाटा पसरा है. कल पाकिस्तान की संसद में भारत विरोध में विशेष सत्र बुलाया गया था लेकिन, जब वहां की पार्लियामेंट के सभी सांसदों को ये पता लगा कि भारत 7 मई को देशव्यापी मॉक ड्रिल करने जा रहा है तो खबरें हैं कि इस दौरान आधे से ज्यादा पाकिस्तानी सांसद पार्लियामेंट पहुंचे ही नहीं. बहुत सारी कुर्सियां बहस के दौरान खाली नजर आईं. खाली कुर्सियों के बारे में वहां के सांसद फजल उर रहमान भी चिंतित दिखे..उन्होंने तो ये तक कह दिया कि शहबाज सरकार की ना तो कोई तैयारी दिख रही है और ना
ही कोई गंभीरता.