भोपाल। राजधानी के सर्राफा बाजार में एक 15 वर्षीय किशोर करंट की चपेट में आ गया, जिससे उसकी दिल की धड़कन रुक गई और शरीर पीला पड़ गया। स्वजन तत्काल उसे हमीदिया अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने सीपीआर देकर उसकी जान बचाई।
करंट की चपेट में आने से हुआ था बेहोश
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बुधवार रात किशोर घर के वॉशरूम में करंट की चपेट में आ गया था। गिरने की आवाज सुनकर परिजन पहुंचे तो वह बेहोश मिला। पास में ही खुला बिजली का तार था। परिजनों ने सूझबूझ से बिजली का कनेक्शन हटाया और तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। हमीदिया अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डाक्टरों ने बिना समय गंवाए सीपीआर और शाक थेरेपी दी, जिससे उसकी धड़कन वापस आई और वह होश में आ गया।
युवक हो गया था वेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया
डॉक्टरों के अनुसार, उसे वेंट्रिकुलर टैकीकार्डिया हो गया था, जो दिल से जुड़ा खतरनाक विकार है। इलाज के बाद अब उसकी हालत स्थिर है और वह मेडिसिन विभाग में भर्ती है। इस जीवन रक्षक प्रयास में डॉ. अभिषेक तिवारी, डॉ. नीरज मिश्रा, डॉ. राजकुमार पाल, डॉ. दृश्या और नर्सिंग स्टाफ का अहम योगदान रहा।