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मरीज से 5000 Km दूर थे डॉक्टर्स, रोबोट की मदद से किया फेफड़े के ट्यूमर का ऑपरेशन

AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), मशीन लर्निंग और रोबोट्स जैसे शब्दों से हम पहले से रू-ब-रू हैं. ये सभी टेक्नोलॉजी धीरे-धीरे हमारे जीवन का हिस्सा बनती जा रही हैं. हेल्थ केयर सेक्टर में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ा है. इसका नया उदाहरण चीन में देखने को मिला है.

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दरअसल, चीन में एक सर्जरी 5000 किलोमीटर की दूर से रोबोट्स की मदद से की गई है. शंघाई चेस्ट हॉस्पिटल में सर्जन ने अपने साथियों की मदद से एक रिमोट ऑपरेशन किया है. उन्होंने पीड़ित के फेफड़े से ट्यूमर को निकाला है.

5000 Km दूर से किया ऑपरेशन
ऑपरेशन के वक्त सर्जन शंघाई में थे, जबकि पीड़ित और सर्जिकल रोबोट झिंजियांग के कशगर में मौजूद थे. दोनों क्षेत्रों के बीच 5000 किलोमीटर की दूरी है. ये सर्जरी 13 जुलाई को की गई है. इस पूरे ऑपरेशन को डॉक्टर Luo Qingquan ने लीड किया है.

डॉक्टर ने कहा है कि ये टेक्नोलॉजी दिखाती है कि भविष्य में किस तरह से लोग बिना बड़े शहरों में जाए भी अपना इलाज करा सकेंगे. शंघाई डेली की रिपोर्ट के मुताबिक, ये चीन का पहला अस्पताल है जिसमें रोबोट की मदद से चेस्ट की सर्जरी की गई है. रोबोट सर्जरी के साथ ही शंघाई चेस्ट हॉस्पिटल रोबोट टेक्नोलॉजी में रिसर्च और डेवलपमेंट कर रहा है.

भारत में भी है ऐसी मशीन
भारत में भी इस तरह का सर्जिकल रोबोट सिस्टम है, जिसे डॉक्टर सुधीर श्रीवास्तव की SSI Mantra ने डेवलप किया है. इस रोबोट सिस्टम का इस्तेमाल करके डॉक्टर मरीज के पास ना होते हुए भी सर्जरी कर सकेंगे. भारतीय सर्जिकल रोबोट एक मॉड्यूलर डिजाइन है, जिसके 5 हाथ हैं, जिन्हें अलग किया जा सकता है.

इस ऑपरेशन के लिए सर्जन को कंसोल स्टेशन पर बैठना होता है, जिस पर 32-inch का मॉनिटर लगा है और 3D विजन मिलता है. इसमें सेफ्टी कैमरा भी दिए गए हैं, जो डॉक्टर की मौजूदगी को डिटेक्ट करता है. अगर डॉक्टर इधर-उधर देखता है, जो सर्जरी रुक जाती है. भारत में रोबोट के जरिए सर्जरी 40 किलोमीटर की दूरी से ही की गई है.

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