बड़वानी शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को नवलपुरा इलाके में हुई एक घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया। सुबह करीब 10 बजे वेल्डिंग और ऑटो गैरेज व्यवसायी हाजी बसीर मंसूरी अपने घर से सटी दुकान पर पहुंचे और वहां मंडरा रहे कुत्तों को भगाने लगे। इसी दौरान एक श्वान ने अचानक उन पर झपट्टा मार दिया और उनके चेहरे को बुरी तरह घायल कर दिया। हमला इतना खतरनाक था कि बुजुर्ग की नाक का हिस्सा कट गया और हड्डी तक प्रभावित हो गई।
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों में गुस्सा फैल गया। घायल मंसूरी को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इमरजेंसी वार्ड में उनका टीकाकरण और इलाज शुरू किया गया। बताया जा रहा है कि आधे दिन के भीतर ही करीब 10 लोग, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, श्वानों के हमले का शिकार होकर अस्पताल पहुंचे।
जिला अस्पताल के आंकड़े बताते हैं कि इस साल जनवरी से जुलाई तक करीब 1400 लोग कुत्तों के हमले का शिकार हो चुके हैं। इनमें महिलाएं, पुरुष और छोटे बच्चे शामिल हैं। कई मामलों में श्वानों ने लोगों को कई जगह पर काटा और गंभीर चोटें पहुंचाईं। डेढ़ साल पहले न्यू हाउसिंग बोर्ड मैदान के पास दो वर्षीय मासूम की मौत भी कुत्तों के झपट्टे से हो चुकी है।
आवारा कुत्तों के झुंड शहर की गलियों, कॉलोनियों और खासकर स्कूलों के आसपास लगातार मंडराते देखे जा रहे हैं। पालाबाजार, नवलपुरा, राजघाट रोड और आनंद नगर जैसे क्षेत्रों में स्थिति और गंभीर बनी हुई है। नगर पालिका का अमला कुत्तों को पकड़कर आबादी से बाहर छोड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन राहत सीमित ही दिख रही है।
नगर पालिका सीएमओ सोनाली शर्मा ने बताया कि बंध्याकरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए टेंडर जारी किया गया था, लेकिन किसी ने रुचि नहीं दिखाई। अब दोबारा टेंडर निकालने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल शहरवासी लगातार हमलों से दहशत में हैं और ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।