जसवंत नगर/इटावा : जसवंत नगर थाना क्षेत्र के तमेरा गांव से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ एक महिला को उसके ही, देवर और सास ने कथित तौर पर बेरहमी से पीटा और जान से मारने की कोशिश की.इस गंभीर मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.यह घटना समाज में व्याप्त घरेलू हिंसा की समस्या को एक बार फिर उजागर करती है, जहाँ महिलाएं अक्सर अपने ही घरों में उत्पीड़न का शिकार होती हैं.
पीड़िता, रजनी देवी पत्नी बृजमोहन, ने पुलिस को दिए अपने बयान में आपबीती सुनाई.उन्होंने बताया कि 27 मई की रात करीब 9 बजे उनके जीवन में यह भयानक मोड़ आया.उनके पति बृजमोहन, देवर शिवरत्न और सास विद्यावती ने मिलकर उन पर अचानक हमला कर दिया.रजनी देवी के अनुसार, यह हमला बिना किसी पूर्व कारण या उकसावे के किया गया था, जिसने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया.हमलावरों ने उन्हें इतनी बेरहमी से पीटा कि वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस दौरान, उन्होंने रजनी देवी को जान से मारने की धमकी भी दी, जिससे उनका डर और भी बढ़ गया.
रजनी देवी ने अपनी जान बचाने के लिए जोर-जोर से शोर मचाना शुरू किया.उनकी चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग तुरंत घटनास्थल पर इकट्ठा होने लगे। लोगों को आता देख हमलावर घबरा गए और मौके से भाग निकले, जिससे रजनी देवी की जान बच पाई.यदि समय रहते लोग वहां नहीं पहुंचते तो शायद कोई बड़ा अनर्थ हो सकता था.पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं थी; उनके ससुराल वाले उन्हें लंबे समय से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे.यह घरेलू उत्पीड़न का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसने आखिरकार इस हिंसक रूप को ले लिया.
इस गंभीर घटना की जानकारी मिलते ही, जसवंत नगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की.मामले की गंभीरता को समझते हुए, पुलिस ने तत्काल प्रभाव से तीनों नामजद आरोपियों – बृजमोहन, शिवरत्न और विद्यावती के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
कार्यवाहक थाना प्रभारी महेंद्र सिंह ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच की जा रही है.हम सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.” पुलिस अब इस मामले से जुड़े सभी सबूतों को इकट्ठा करने और गवाहों के बयान दर्ज करने में लगी है ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जा सके.