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हैक हुआ डोनाल्ड ट्रंप का इंटरनल मैसेज, ईरान पर लगा बड़ा आरोप

अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरे जोर शोर के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. इस बीच खबर है कि उनके इंटरनल मैसेज को हैक कर लिया गया है और यह आरोप ईरान पर लगा है. ट्रंप की कैंपेन टीम का दावा है कि उसके कुछ इंटरनल कम्युनिकेशन को हैक कर लिया गया है और ईरान के हैकर्स ने ये हरकत की है. हालांकि, उसने इसका कोई सबूत नहीं दिया.

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अमेरिकी समाचार वेबसाइट पोलिटिको ने शनिवार को बताया कि उसे ओहियो सीनेटर जेडी वेंस पर किए गए इंटरनल रिसर्च सहित कैंपेन डॉक्यूमेंट ईमेल किए गए थे. इसमें वेंस के पिछले रिकॉर्ड और उनके बयानों के बारे में सबकुछ था. वेंस की फाइल 271 पेज की थी. वेंस को ट्रंप ने अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. कैंपेन टीम के प्रवक्ता ने बताया कि इस डॉक्यूमेंट का मकसद 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करना था. पोलिटिको ने डॉक्यूमेंट की प्रामाणिकता की पुष्टि की है.

 

समाचार आउटलेट ने बताया कि जुलाई के अंत में उसे ईमेल मिलना शुरू हुआ. उसने ये भी कहा कि उसके पास फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रूबियो पर जो रिसर्च किया गया था, उसका डॉक्यूमेंट भी मेल पर आया था. मार्को भी उपराष्ट्रपति पद के दावेदार थे. हालांकि, ट्रंप की कैंपेन टीम ने इसका कोई सबूत नहीं दिया है कि जो दस्तावेज लीक हुई है, उसे ईरानी हैकरों ने लीक की है या फिर इसका कोई संबंध ईरानी सरकार से है.

ट्रंप के कैंपेन को बनाया निशाना

दरअसल, कैंपेन टीम का बयान माइक्रोसॉफ्ट द्वारा एक रिपोर्ट जारी करने के एक दिन बाद आया है, जिसमें बताया गया है कि ईरानी हैकरों ने जून में एक अननेम्ड अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के अभियान को निशाना बनाया था. माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट एनालिसिस सेंटर (MTAC) ट्रंप की कैंपेन टीम को एक स्पीयर फिशिंग ईमेल भेजा गया था. इसमें एक मैसेज था, जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया था कि उसमें दिए हुए लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित किया जा सके.

 

एमटीएसी रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कई महीनों में ईरानी गतिविधियों को देखा गया है. ट्रंप कैंपेन के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने कहा कि एमटीएसी रिपोर्ट में जो हैकिंग और इतने कम समय में वेंस के सिलेक्शन की जो बात कही गई है, वह उस ईमेल से मेल खाता है. चेउंग ने बताया कि ईरानियों को बखूबी पता है कि राष्ट्रपति ट्रंप उनके आतंक के शासन को वैसे ही रोक देंगे जैसे उन्होंने व्हाइट हाउस में अपने पहले चार साल में किया था.

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