स्कंद षष्ठी का दिन हिन्दू धर्म शास्त्रों में बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शिव जी के बड़े बेटे भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ था. इस वजह से इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा और व्रत का विधान है. ये दिन उन्हें समर्पित किया गया है.मान्यता है कि इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा और व्रत करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं. इस दिन भगवान कार्यतिकेय की पूजा और व्रत के साथ-साथ दान करना भी बहुत पुण्यकारी माना गया है.
स्कंद षष्ठी पूजा मुहूर्त
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल स्कंद षष्ठी 4 जनवरी यानी आज ही है. आज स्कंद षष्ठी तिथि की शुरुआत रात को 10 बजे शुरू होगी. इस तिथि का समापन कल यानी 5 जनवरी को 8 बजकर 15 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, स्कंद षष्ठी का व्रत कल रखा जाएगा. वहीं भगवान कार्तिकेय की पूजा का शुभ मुहूर्त आज रात 10 बजे शुरू हो जाएगा. ये शुभ मुहूर्त कल रात 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगा.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इन चीजों का करें दान
- हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन फलों का दान करने से स्वास्थ लाभ होता है. साथ ही देवता भी प्रसन्न होते हैं. इस दिन दूध का दान करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से बुद्धि और अधिक विकसित होती है.
- इस दिन दही का दान करना चाहिए. ऐसा करने से आयु बढ़ती है.
- इस दिन गरीबों में अनाज दान दिया जाना चाहिए. ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा की कृपा मिलती है.
- इस दिन गरीबों को वस्त्र दान करने की मान्यता है. साथ ही गरीबों को गर्म कपड़े और सर्दी के समय कंबल भी दान करना चाहिए. इससे पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.
स्कंद षष्ठी का महत्व
मान्यता है कि जो भी स्कंद षष्ठी पर भगवान कार्तिकेय की व्रत और पूजा करता है उसे भोलेनाथ और माता पार्वती की भी कृपा प्राप्त होती है. परिवार और संतान की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इस दिन व्रत करने से संतान प्राप्ति का भी सुख प्राप्त होता है. साथ ही भगवान कार्यतिकेय के आशिर्वाद से घर खुशियों से भरा रहता है.