कोरबा। जिला शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा तैयारी शुरू कर दी है. जिले में इस बार डोंगरी, पड़निया व एनसीडीसी तीन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को नया परीक्षा केंद्र बनाया.
माध्यमिक शिक्षा मंडल को शिक्षा विभाग की ओर से प्रस्ताव भेजा गया है. शहरी उपनगरीय क्षेत्रों के विद्यार्थियों को जहां भारी वाहनाें की समस्या से निजात मिलेगी वहीं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी.
तीन नए केंद्रों की स्वीकृति
जिले में तीन सौ से भी अधिक सरकारी के अलावा निजी हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों का संचालन हो रहा है. बीते शैक्षणिक सत्र में 95 स्कूलों परीक्षा केंद्र बनाया गया था. तीन नए केंद्रों की स्वीकृति मिलने संख्या 98 हो जाएगा.
एनसीडीसी स्कूल के बच्चे पीडब्ल्यूडी रामपुर स्कूल जाते है. यहां दो अन्य स्कूलों के बच्चों को भी शामिल किया जाता है. जगह की कमी होने से बच्चों को बैठाने में समस्या होती है. इस वजह से एनसीडीसी प्रबंधन ने अपने स्कूल को परीक्षा केंद्र की मांग किया है.
मार्ग में दुर्घटना की संभावना बनी रहती
हायर सेकेंडरी स्कूल पड़निया के विद्यार्थी 10 किलोमीटर कुदुरमाल स्कूल में परीक्षा देने जाते.इसी तरह डोंगरी के बच्चों को छह किलोमीटर दूर हायर सेकेंडरी जवाली में परीक्षा देने जाना पड़ता है. इस मार्ग में कोयला खदान के भारी वाहनों के आवागमन के कारण दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
इन तमाम कारणों से तीनों विद्यालयों को नया परीक्षा केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया. नए केंद्रों की गठन की मांग के साथ पढ़ाई में तेजी लाने की भी विभाग ने कवायद शुरू कर दी है.
विकासखंड स्तर पर पांच निरीक्षण टीम का गठन
शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे और निर्धारित समय पर कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हो इसके लिए शिक्षा विभाग ने विकासखंड स्तर पर पांच निरीक्षण टीम का गठन किया है. यह टीम स्कूल खुलने से पहले यह टीम रवाना होगी। समय पर स्कूल नहीं पहुंचने वाले शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
24,661 विद्यार्थी परीक्षा में होंगे शामिल
शिक्षा सत्र 2024-25 बोर्ड कक्षा की परीक्षा में 24,661 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इनमें कक्षा दसवीं के 14,525 व बारहवीं 10,097 विद्यार्थी शामिल हैं. बीते बारहवीं मंे पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या10,564 होगी वहीं दसवी में 14,269 विद्यार्थी बैठे थे. यानी इस वर्ष दसवी परीक्षा में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि हुई है वहीं बारहवीं कक्षा की परीक्षा होने वाले विद्यार्थियों की संख्या में कमी आई है. केंद्रीय बोर्ड में विद्यार्थियों के शामिल होने से छग माध्यमिक बोर्ड में विद्यार्थियों के पंजीयन पर असर हुआ है.
अतिरिक्त कक्षा से होगा पिछड़े कोर्स का समायोजन
जनवरी माह में होने वाली प्री-बोर्ड के पहले सभी शिक्षकों को कोर्स पूरा कराना होगा. आत्मानंद स्कूलों में 116 शिक्षकों भर्ती नहीं हुई. अतिथि शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि पिछड़े कोर्स को अतिरिक्त कक्षा के माध्यम से पूरा कराया जाएगा. अतिथि शिक्षकों के साथ नियमित शिक्षकों भी सहयोग लिया जाएगा. परीक्षा में सभी विद्यार्थियों को शामिल करना अनिवार्य किया गया है. इसकी जिम्मेदारी प्राचार्य व शिक्षकों को दी गई है.