Taslima Nasreen on Muhammad Yunus: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे की खबरों पर मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन भड़क गईं. उन्होंने यूनुस पर हिंदू नरसंहार, जिहादी उग्रवादियों को उकसाने, नफरत विद्वेष फैलाने समेत कई आरोप लगाए. लेखिका ने कहा कि यूनुस ने अगर इस्तीफा दिया तो वे अमेरिका या यूरोप में जाकर अपना जीवन बिताएंगे. उनके कर्मों की सजा के लिए उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल देना चाहिए.
तसलीमा नसरीन ने X पर पोस्ट कर लिखा कि मैंने सुना है कि मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देने जा रहे हैं और अपना बाकी जीवन यूरोप या अमेरिका में आराम से गुजारेंगे. बांग्लादेशी लेखिका ने पूछा कि उन्हें क्यों जाने दिया जाना चाहिए? उन्हें जेल में डाल देना चाहिए. देश में प्रवेश करते ही उनके खिलाफ पांच मामले खारिज कर दिए गए.
तसलीमा नसरीन ने लगाए यूनुस पर गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस ने मुख्य सलाहकार के पद से जिहादी उग्रवादियों और भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया. विपक्ष को खत्म करने के लिए नफरत और द्वेष फैलाया. तौहीदी भीड़ को खून-खराबे के लिए उकसाया- इतने सारे लोगों को नुकसान पहुंचा है, इतने सारे लोगों की जान चली गई है! उन्हें अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए.
I’ve heard that Mr. Yunus is going to resign and will go off to live the rest of his life in comfort in Europe or America. Why should he be allowed to leave? He should be imprisoned. As soon as he entered the country, he had five cases against him dismissed. From his position as…
— taslima nasreen (@taslimanasreen) May 23, 2025
यूनुस ने पड़ोसी देशों के साथ संबंध बिगाड़े- नसरीन
तसलीमा ने कहा कि बीते नौ महीनों में, उन्होंने एक ऐसी पीढ़ी को जन्म दिया है जो उन्मादी, अस्थिर, तर्कहीन और असहिष्णु है. उन्होंने देश में अशांति की बाढ़ ला दी है, अपने अनुयायियों को मुक्त करके जिहादी उत्पात, विनाश और आगजनी की साजिश रची है. उन्होंने अनगिनत निर्दोष लोगों को हत्या के मामलों में फंसाकर जेल में डाला है. उन्होंने गलियारे और बंदरगाह विदेशी सैन्य शक्तियों को सौंप दिए हैं और पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को बर्बाद कर दिया है. क्या उसे इन सब के लिए बिना किसी न्याय का सामना किए आज़ाद छोड़ दिया जाना चाहिए?
यूनुस को क्यों बख्शा जाना चाहिए?- तसलीमा नसरीन
लेखिका ने कहा कि यूनुस को उनके अपराधों के लिए सजा मिलनी चाहिए. उन्हें अपनी बाकी जिंदगी जेल में बितानी चाहिए. इतने सारे लोगों को तो इससे भी कम सज़ा के लिए आजीवन कारावास की सज़ा दी गई है तो उन्हें क्यों बख्शा जाना चाहिए?