अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को इस बात पर सहमति व्यक्त की कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर फैसले इंसानों को लेने चाहिए, न कि एआई (Artificial Intelligence) को. व्हाइट हाउस ने इसकी जानकारी दी है.
परमाणु हथियारों के इस्तेमाल में मानव नियंत्रण पर जोर
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘दोनों नेताओं ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के फैसले पर मानव नियंत्रण बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. दोनों नेताओं ने संभावित जोखिमों पर सावधानीपूर्वक विचार करने और जिम्मेदार तरीके से सैन्य क्षेत्र में एआई तकनीक विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.’
यह स्पष्ट नहीं है कि इस बयान से मुद्दे पर आगे बातचीत होगी या कार्रवाई होगी. लेकिन यह दोनों देशों के बीच दो मुद्दों पर चर्चा में अपनी तरह का पहला कदम है, जिनमें परमाणु हथियार और एआई शामिल है.
परमाणु हथियार वार्ता के लिए लंबे समय से चले आ रहे प्रतिरोध को तोड़ने के लिए वॉशिंगटन महीनों से बीजिंग पर दबाव डाल रहा है. दोनों देशों ने नवंबर में परमाणु हथियारों पर आधिकारिक स्तर की बातचीत फिर से शुरू की, लेकिन तब से ये बातचीत रुकी हुई है.
बाइडेन और जिनपिंग की ‘आखिरी’ मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बतौर राष्ट्रपति अंतिम बार मुलाकात की, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले तनाव कम करने का उनका लक्ष्य साइबर अपराध, व्यापार, ताइवान और रूस को लेकर नए विवादों के कारण चुनौतीपूर्ण हो गया है.
व्हाइट हाउस की ओर से बताया गया कि, बाइडेन और शी ने सात महीनों में पहली बार बातचीत की, जो एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) सम्मेलन के दौरान पेरू के लीमा में हुई. यह बैठक अमेरिकी समयानुसार शाम 4 बजे निर्धारित थी.