सूरजपुर: साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को देखते हुए सूरजपुर पुलिस एक ओर जहां स्कूल स्तर पर साइबर कॉप अभियान के जरिए जन जागरूकता फैला रही है. वहीं दूसरी ओर ऐसे अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई भी कर रही है, जो लोगों को लालच देकर ठगी का शिकार बना रहे हैं. डीआईजी एवं एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के मार्गदर्शन में “साइबर कॉप अभियान” के तहत खड़गवां पुलिस द्वारा शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पंपापुर में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में चौकी प्रभारी रघुवंश सिंह ने छात्रों को ऑनलाइन ठगी से बचने के उपाय बताए.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें. संदिग्ध लिंक या अजनबी नंबर से आई कॉल/मैसेज से सावधान रहें. अपनी व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाइन साझा न करें. किसी भी वित्तीय या व्यक्तिगत धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या स्थानीय पुलिस से संपर्क करें. साथ ही “लालच से दूरी ही साइबर सुरक्षा की पहली शर्त है” इस मूल संदेश के माध्यम से पुलिस ने समझाया कि ठगी के अधिकतर मामले अत्यधिक मुनाफा या जल्दी पैसा कमाने के लालच से शुरू होते हैं.
21 लाख रुपये की ठगी का आरोपी गिरफ्तार
दूसरी ओर, सूरजपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए “शुभ निवेश कोचिंग सेंटर” चलाने वाले संजीत अग्रवाल नामक आरोपी को 21 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है. आरोपी ने स्थानीय व्यक्ति को स्टॉक मार्केट में निवेश कर रकम दोगुना करने और हर महीने 12% ब्याज देने का झांसा देकर ₹21 लाख रुपये की ठगी की थी. आरोपी के विरुद्ध थाना सूरजपुर में धारा 420 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया और डीआईजी के निर्देश पर टीम ने बिलासपुर से उसे गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया है. आरोपी पर पूर्व में ₹40 लाख की ठगी का प्रकरण भी दर्ज हो चुका है.
जागरूकता और कार्रवाई से ही रुकेगा साइबर अपराध
सूरजपुर पुलिस की यह दोहरी रणनीति एक ओर जागरूकता, दूसरी ओर सख्त कार्रवाई आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध के विरुद्ध प्रभावी हथियार बन रही है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे लालच से बचें, जागरूक बनें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें.