किसान की जमीन पर बना दिया नाला:धमतरी में 6 करोड़ के निर्माण कार्य में लगी रोक; शिकायत के बाद इंजीनियर को नोटिस,अब डायवर्ट करेंगे

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में नगर निगम ने एक किसान की जमीन पर नाला बना दिया। 1175 मीटर लंबे नाले के निर्माण में 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए। लेकिन शिकायत में लापरवाही पाए जाने पर अब निर्माण कार्य में रोक लगा दी गई है।

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किसान जगदीश राम ध्रुव ने बताया कि जमीन पर बिना परमिशन नाला का निर्माण कर दिया गया। जिससे करीब 11 डिसमिल जमीन कम हो गई। कलेक्ट्रेट में शिकायत के बाद पटवारी ने मौके का निरीक्षण किया नापजोख के बाद काम में रोक लगा दी गई है।

अब बीटी रोड को खोदकर नाले को डायवर्ट किया जा रहा है। इस कार्रवाई से सरकारी संपत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचा है। प्रभावित किसान ने अपनी जमीन पर अवैध निर्माण के लिए मुआवजे की मांग भी की है। इस मामले में निगम ने इंजीनियर को नोटिस जारी किया है।

ये है पूरा मामला

नगर निगम ने नाला बनाकर पूरे गंदा पानी को सीवरेज प्लांट में ले जाने की तैयारी की है। जिसके लिए 1175 मीटर लंबे नाले को मजबूती के साथ सीमेंट का स्लेप डालकर दीवार खड़ी की गई।

अब इसी नाले के बीच सोरिद वार्ड के रहवासी किसान की जमीन भी पड़ती है। जिसके ऊपर निर्माण कार्य किया गया। जब किसान को जानकारी लगी तो उन्होंने पटवारी से शिकायत की और सीमांकन कर नाले के काम को रुकवा दिया।

नाला निर्माण बनाने के लिए पहले लेआउट जारी किया जाता है। जिसके बाद निर्माण का कार्य किया जाता है लेकिन इस बार नगर निगम ने लेआउट के बाद भी किसान के जमीन पर नाला निर्माण कर दिया गया।6 करोड़ की लागत से बन रहा था नाला

बता दे कि करीब 6 करोड़ की लागत सोरिद के एसएलआरएम (SLRM) सेंटर से लेकर पीजी कॉलेज के में गेट तक नाला निर्माण होगा। जो आगे जाकर सीवरेज प्लांट में पहुंचेगा। जहां गंदा पानी फिल्टर कर शुद्ध किया जाएगा।

इस मामले में नगर निगम आयुक्त को भी जानकारी नहीं थी। जब दैनिक भास्कर डिजिटल ने आयुक्त से चर्चा की तब यह लापरवाही खुलकर सामने आई। जब इस नाले का निरीक्षण नेता प्रतिपक्ष दीपक सोनकर व अन्य पार्षद भी देखने पहुंचे।

इंजीनियर को नोटिस जारी

इस मामले में नगर निगम आयुक्त प्रिया गोयल ने बताया कि इंजीनियर को नोटिस जारी किया गया है।जवाब आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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