“स्वप्न हुआ सच” – मंदिर खुदाई में निकली भगवान गणेश और नंदी की मूर्तियां

दमोह : नरसिंहगढ़ में स्थित प्राचीन नर्वदेश्वर मंदिर परिसर में बुधवार को खुदाई के दौरान जमीन में भगवान गणेश की प्रतिमा और एक नंदी की प्रतिमा मिली है.मंदिर समिति के सदस्य कैलाश मिश्रा का दावा है कि उन्हें कई दिनों से प्रतिमा को लेकर स्वप्न आ रहे थे.हर बार खुदाई की बात टल जाती थी.

 

बीते सोमवार को स्वप्न आया.इसके बाद समिति के सदस्यों ने मिलकर तय किया कि बुधवार को स्थल पर खुदाई कर प्रतिमा बाहर निकाली जाएगी.सुबह से समिति के सदस्य इकट्ठा हुए। पहले जेसीबी से मिट्टी हटाई गई. उसके बाद सपने में दिख रहे स्थान पर कुछ मजदूरों ने खुदाई की तो वहां पर भगवान गणेश की एक प्रतिमा और एक नंदी की प्रतिमा मिली.अब प्रतिमा को विशेष पूजन के साथ मंदिर में स्थापित किया जा रहा है.

 

प्रतिमा मिलने की खबर सुनने के बाद नरसिंहगढ़ और आसपास के क्षेत्र के लोग दर्शन करने के लिए पहुंचने लगे. समिति के सदस्य देवेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि यह मंदिर करीब 500 साल पुराना मंदिर है, जो जर्जर हो चुका था.3 साल पहले 30 लोगों की एक समिति बनाकर मंदिर के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया गया.

3 साल से काम चल रहा है। करीब 15 लख रुपए खर्च हो गए हैं.राशि जन सहयोग से इकट्ठा की गई है.बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी यहां आ चुके हैं.मंदिर का काम अभी भी जारी है। पूरे काम जन सहयोग से किया जा रहे.

पुलिस को नहीं दी प्रतिमाओं की जानकारी

हालांकि मंदिर समिति के सदस्यों ने खुदाई के बाद मिली प्रतिमाओं की जानकारी पुलिस को नहीं दी है.

नरसिंहगढ़ चौकी प्रभारी अभिषेक पटेल का कहना है कि उन्हें समिति की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई. अब मुझे जानकारी मिली है तो मैं समिति के सदस्यों से संपर्क करूंगा.

दोनों प्रतिमाएं आधुनिक संगमरमर की लग रहीं

दोनों प्रतिमाओं की प्राचीनता को लेकर जब हमने दमयंती संग्रहालय में पदस्थ पुरातत्व धरोहर के जानकारी सुरेंद्र चौरसिया से बात की तो उन्होंने बताया की प्रतिमाओं के फोटो देखकर लगता है कि दोनों प्रतिमाएं आधुनिक संगमरमर की हैं, जिनकी उम्र अधिकतम 25 साल हो सकती है.पुरातत्व विभाग केवल 100 साल से अधिक प्राचीन प्रतिमाओं का
संरक्षण करता है, इसलिए इन प्रतिमा को विभाग के द्वारा अधिग्रहण नहीं किया जाएगा.

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