मार्केट में इस वक्त कई नकली और मिलावटी फूड और ड्रिंक्स धड़ल्ले से बिक रहे हैं. इन्हें खुली आंखों से पहचानना मुश्किल है. अनजाने में लोग इन प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं और उनका सेवन भी करते हैं. इनमें से कुछ खाद्य पदार्थों में इस कदर मिलावट होती है कि इनका सेवन आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है. हाल ही में, मार्केट में नकली ORS की बिक्री का मामला भी सामने आया है.
डॉक्टर्स भी डायरिया, उल्टी, दस्त, लूज मोशन, बेहोशी जैसी स्थिति में ORS का घोल पीने की सलाह देते हैं. यह बॉडी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूइड के बैलेंस को बनाए रखने का काम करता है. ऐसे में अगर आप असली की जगह नकली ORS का घोल पी रहे हैं तो फायदे की जगह आपको भारी नुकसान हो सकता है. बच्चों पर इसका असर ज्यादा पड़ता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक नकली ORS में शुगर ज्यादा होता है. अगर आप डायरिया से जूझ रहे हैं तो इसका घोल आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकता है. साथ ही आपको डिहाईड्रेशन का शिकार बना सकता है. वहीं, फेक ORS में सोडियम भी न्यूनतम स्तर पर होता है. यह शरीर में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को डिस्टर्ब करता है. ऐसे में आपके ब्रेन में सूजन की स्थिति आ सकती है. इसके अलावा आपको कई अन्य तकलीफें झेलनी पड़ सकती हैं.
आपको नकली ORS के पैकेट पर FSSAI सर्टिफिकेशन लिखा मिल सकता है. इसपर यह खाद्य पदार्थ की श्रेणी में मार्क होगा. वहीं, असली ORS के पैकेट पर WHO आधारित फार्मूला लिखा होगा. असल में ORS दवाओं की श्रेणी में आता है. बेहतर स्ट्रिक्ट गाइडलाइन्स के अंतर्गत तैयार किया जाता है. सुनिश्चित किया जाता है कि इसकी गुणवत्ता बनी रहे. ऐसे में आप जब ORS खरीदने जाए तो उसके पैकेजिंग पर लिखे गए दिशा -निर्देश, इसे बनाने के लिए इंग्रीडिएट्स और नियामक चिन्हों को जरूर देंखे. असली ORS प्रोडक्ट्स पर गुणवत्ता को दर्शाने के लिए उचित लेवल लगे होते हैं.