‘दृश्यम’ फिल्म सीरीज शायद इंडियन सिनेमा की सबसे सफल सीरीज में से एक मानी जाती है. जिसे भारत की लगभग हर भाषा में बनाया जा चुका है. हिंदी वाली ‘दृश्यम’ जिसमें अजय देवगन हैं, उसका क्रेज लोगों में काफी ज्यादा है. अब इसके तीसरे पार्ट को बनाने की तैयारी है. लेकिन लगता है कि इसका हिंदी वर्जन थोड़े समय बाद ही दर्शकों को देखने मिलेगा.
क्यों थोड़ी देरी में शुरू होगा ‘दृश्यम’ का हिंदी वर्जन?
‘दृश्यम’ साल 2013 में सबसे पहले मलयालम भाषा में बनी थी, जिसके बाद इसे 2015 में हिंदी भाषा में दोबारा बनाया गया. फिल्म की कहानी और इसमें दिखाया गया सस्पेंस हर किसी को हैरान कर गया. ‘दृश्यम’ का क्रेज लोगों और फिल्ममेकर्स के बीच में धीरे-धीरे बढ़ने लगा. साल 2022 में इसका सीक्वल आया जिसे देखकर ऑडियंस हक्की-बक्की रह गई. इसके हिंदी और मलयामल वर्जन बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रहे.
कुछ समय पहले खबर आई थी कि ‘दृश्यम’ का तीसरा पार्ट हिंदी और मलयालम में एकसाथ शूट किया जाएगा. लेकिन अब इसके ओरिजिनल मेकर जीतू जोसेफ का कहना है कि अजय देवगन वाली ‘दृश्यम 3’, मोहनलाल की मलयालम ‘दृश्यम’ से पहले शूट नहीं की जाएगी. इसकी शूटिंग को कुछ समय बाद ही शूट किया जाएगा. वरना वो इसके खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे.
मात्रभूमि संग बातचीत में जीतू जोसेफ ने बताया है कि उन्होंने ‘दृश्यम 3’ के हिंदी वर्जन वाले मेकर्स को इसकी शूटिंग करने से कुछ समय के लिए रुकने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, ‘ऐसी रिक्वेस्ट की गई थी कि दृश्यम 3 के मलयालम और हिंदी वर्जन को एकसाथ शूट किया जाए. लेकिन हमने इसपर अभी कुछ फाइनल नहीं किया है. ऐसा प्लान था कि दृश्यम 3 को पहले हिंदी वर्जन से शुरु किया जाएगा. मगर जब हमने ऐसा सुझाव दिया कि इसे कानूनी तौर पर निपटाया जा सकता है, तब वो इससे पीछे हट गए.’
कब शुरू होगा ‘दृश्यम 3’ का शूट? क्या होगी इस बार की कहानी?
जीतू जोसेफ ने आगे ‘दृश्यम 3’ की शूटिंग और स्क्रिप्ट पर भी बात की. उन्होंने बताया कि फिल्म का शूट इसी साल अक्टूबर में शुरू होगा. वो इसकी स्क्रिप्ट को लगभग लिख चुके हैं. अब बस मेकर्स स्क्रिप्ट को फाइनल कर रहे हैं. जीतू ‘दृश्यम’ के ओरिजिनल राइटर भी हैं जिन्होंने दोनों पार्ट्स की स्क्रिप्ट लिखी है. उन्होंने तीसरे पार्ट की स्क्रिप्ट लिखने पर कहा है, ‘मैंने दृश्यम 3 का क्लाइमैक्स लिख लिया है. मुझपर काफी समय से एक अच्छी स्क्रिप्ट लिखने का दवाब था.’
‘दृश्यम’ से फैंस की काफी उम्मीदें जुड़ीं होती हैं. इसके किरदार और कहानी से हर किसी का गहरा जुड़ाव है. हिंदी वर्जन में विजय सलगांवकर और उसके परिवार की कहानी हर किसी को पसंद आई थी. ‘दृश्यम’ ऑडियंस को हमेशा उनकी सीट से बांधे रखने में कामयाब हुई है. अब देखना है कि क्या वही कमाल इसके तीसरे पार्ट में भी देखने मिलेगा या नहीं.