बिलासपुर जिले के सीपत स्थित NTPC के राखड़ डैम में बड़ा हादसा हो गया, जिसमें राखड़ लोडिंग के दौरान एक ट्रेलर चालक राख के मलबे में दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। जब हादसा हुआ, तब किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
24 घंटे बाद भी जब ड्राइवर का पता नहीं चला, तब परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई। ट्रेलर में लोड राखड़ को बाहर निकालने पर उसकी लाश मिली। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है जब चालक ट्रेलर की ट्राली पर चढ़ा था। उसी समय बिना देखे चेन माउंटेन के ऑपरेटर ने ट्रॉली में राखड़ लोड करना शुरू कर दिया, जिससे वो राखड़ में दब गया और उसकी मौत हो गई। जिस वक्त हादसा हुआ तब किसी ने ट्रॉली तरफ ध्यान नहीं दिया था।
ऑपरेटर ने बिना देखे लोड कर दिया राखड़
टीआई गोपाल सतपथी ने बताया कि ग्राम घुठेली का रहने वाला रामखिलावन महिलांगे ड्राइवर था। सोमवार (14 जुलाई) को वह एनटीपीसी के राखड़ डैम में राखड़ लोड कराने गया था। इस दौरान वो ट्रेलर की ट्रॉली पर चढ़कर कैप कवर को निकाल रहा था।
जब रामखिलावन ट्रेलर की ट्राली पर चढ़ा था। उसी समय बिना देखे चेन माउंटेन के ऑपरेटर ने ट्रॉली में राखड़ लोड करना शुरू कर दिया, जिससे वो राखड़ में दब गया और उसकी मौत हो गई। जिस वक्त हादसा हुआ तब किसी ने ट्रॉली तरफ ध्यान नहीं दिया।
24 घंटे बाद भी ड्राइवर का पता नहीं चला
जब ड्राइवर रामखिलावन का 24 घंटे तक पता नहीं चला, तब परेशान परिजनों ने थाने में सूचना दी। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर उसकी तलाश की। इस दौरान पुलिस राखड़ डैम पहुंची, जहां आसपास के लोगों से पूछताछ की।
मौके पर राख लोड ट्रेलर देखकर पुलिस को शक हुआ, तब पुलिस ने ट्रेलर से राखड़ को बाहर निकलवाया। जिसके बाद ड्राइवर की लाश बाहर आई।
लापरवाही पर भड़के परिजन, शव ले जाने से किया इंकार
रामखिलावन का शव बाहर आने पर उसके परिजन भड़क गए और जमकर हंगामा मचाने लगे। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस को शव उठाने से रोक दिया। इस दौरान पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई करने और मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।