तेलंगाना के हैदराबाद जिले के बोयनपल्ली में स्थित श्रीमेधा स्कूल से ड्रग्स के अवैध निर्माण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां अल्प्राजोलम जैसी प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई अन्य जिलों में की जा रही है. जांच में पता चला कि स्कूल की पहली मंजिल पर बने छह कमरों में से पांच में नियमित क्लास चल रही थीं, जबकि छठा कमरा एक गुप्त लैब के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था.
ईगल टीम ने छापेमारी कर इस कमरे से आठ रिएक्टर मशीनें, करीब 20 लाख रुपये नकद और बड़ी मात्रा में तैयार ड्रग्स जब्त की किया है. पकड़ गए ड्रग्स की कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है. पुलिस ने इस पूरी साजिश के मास्टरमाइंड के तौर पर स्कूल संचालक जयप्रकाश गौड़ को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने स्कूल प्रिंसिपल, कूरियर बॉय मुरली और श्री साईं ट्रैवल्स से जुड़े उदयसाई को भी गिरफ्तार किया है.
नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में पुलिस
शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि अल्प्राजोलम यहां बनाकर दूसरे जिलों में मिलावट के लिए भेजा जा रहा था. पुलिस का कहना है कि शहर के बीचों बीच स्थित स्कूल में नशे का कारोबार होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. अभी तक ऐसे मामले में पिछड़े और दूरदराज इलाकों तक ही सीमित रहे थे, लेकिन शहरी स्कूलों का इस तरह के अपराधों का अड्डा बनना चिंता का विषय है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. साथ ही इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.
नकदी और ड्रग्स बरमाद
छापेमारी में पुलिस की EAGLE टीम ने मौके से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ, नकदी और ड्रग बनाने का सामान बरामद किया है. इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. स्कूल में नशे के कारोबार की खबर से हर कोई हैरान है. स्थानीय लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.