बिलासपुर में नगरीय निकाय चुनाव के दौरान जब्त की गई 1 करोड़ रुपए की शराब का दुबई कनेक्शन का पता चला है। आबकारी विभाग में जब्त शराब दुबई की कंपनी ने गोवा में ऑर्डर किया था, जिसे भूटान में शराब सप्लाई करना था।
यह भी पता चला है कि मुख्य तस्कर और निष्कासित कांग्रेस नेता पंकज सिंह चंडीगढ़, अंबाला, मोहाली, कुरुक्षेत्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आरोपियों के साथ मिलकर शराब तस्करी का नेटवर्क चलाता था। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
निकाय चुनाव से पहले गोवा से शराब मंगाने वाला निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी पंकज सिंह को पुलिस ने रायपुर के वीआईपी रोड स्थित कॉलोनी से पकड़ा है। इस घटना के बाद से वह लंबे समय से रायपुर में छिपकर रह रहा था। उसे ट्रैक करने के बाद पुलिस की एक टीम रायपुर रवाना हुई। मकान की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया गया है।
बैंक अकाउंट से खुला राज आबकारी विभाग ने इस मामले में सिविल लाइन थाने में केस दर्ज कराया है, जिस पर पुलिस की टीम ने आबकारी विभाग से मिले दस्तावेज की जांच की। साथ ही आरोपी पंकज और जयप्रकाश बघेल के बैंक डिटेल खंगाला, इसमें पता चला कि आरोपी ने गोवा और दूसरे राज्यों के लोगों के साथ लेनदेन किया है। इसके आधार पर पुलिस ने पंकज सिंह की तलाश शुरू की।
दुबई की कंपनी के ऑर्डर पर भूटान जा रही थी शराब पुलिस ने अनुसार आरोपियों के पास से 1000 पेटी शराब की परमिट थी। जिसे दुबई की कंपनी के ऑर्डर पर गोवा से भूटान के लिए भेजी गई थी। इसमें से कुछ पेटियां रास्ते में उतारी गई। 40 से 50 शराब की पेटी पार्षद प्रत्याशी पंकज सिंह ने बिलासपुर में उतारने को कहा था। इसके एवज में रवि शर्मा और शिवकुमार सैनी को 50 हजार रुपए मिलते। लेकिन, सप्लाई से पहले ही वे पकड़े गए। मामले में पुलिस ने पत्राचार कर दुबई और भूटान की कंपनी के संबंध में जानकारी मांगी है।
आरोपी का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है पुलिस ने बताया कि पंकज सिंह लंबे समय से संगठित आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की सूचना विभाग को मिल रही थी। वह कई राज्यों में नेटवर्क फैलाकर शराब का कारोबार कर रहा था। आरोपी ने नगरीय निकाय चुनाव में बांटने के लिए शराब मंगाई थी। उन्होंने चंडीगढ़, अंबाला, मोहाली, कुरुक्षेत्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के आरोपियों का चयन किया था। मामले में जांच के साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।
ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर को गिरफ्तार नॉन ड्यूटी पेड शराब से भरी कंटेनर और कार को आबकारी विभाग ने 10 फरवरी को छतौना से पकड़ा था। ड्राइवर शिव कुमार सैनी और रवि शर्मा के पास से 1000 पेटी शराब भूटान ले जाने का परमिट मिला। गिनती में 990 पेटी शराब मिली।
परमिट फर्जी होने की आशंका पर जब पूछताछ की गई तो आरोपियों ने पंकज सिंह (41) निवासी सूर्या विहार सरकंडा और अन्य के नाम लिए। कार्रवाई के बाद आबकारी ने 23 फरवरी को प्रकरण पुलिस को सौंप दिया। इससे पहले आबकारी विभाग ने आरोपी ड्राइवर शिवकुमार और ट्रांसपोर्टर रवि शर्मा को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पंकज और पुलिस की मिलीभगत, फार्म हाउस से जब्त हुई थी शराब आरोपी पंकज सिंह के फार्म हाउस से सरकंडा पुलिस की टीम ने साल 2018 में भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब जब्त की थी। इस मामले में आरोपी लंबे समय तक फरार था। बाद में सरकंडा पुलिस ने जांच के बहाने उसका नाम केस से हटा दिया था। इसके बाद एक बार फिर उसका नाम अवैध शराब के केस में आया है। इस बार पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की है।