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जिला एवं सत्र न्यायालय दिल्ली में वडोदरा के वकील भाविन व्यास की मजबूत दलील के, हनी ट्रैप में फंसा वडोदरा का एक युवक हुआ बरी

वडोदरा स्थित वकील और वडोदरा वकील मंडल के पूर्व समिति सदस्य भाविन व्यास ने हनी ट्रैप में फंसे एक व्यक्ति की रिहाई के लिए दिल्ली जिला और सत्र न्यायालय में सफलतापूर्वक बहस की. दुष्कर्म का एक झूठा मामला दिल्ली के आनंद विहार पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ था. दुष्कर्म मामले में वकील भाविन व्यास की बेहद अहम पैरवी की, जिसकी वडोदरा में तारीफ हो रही है. लेकिन दिल्ली में पिछले नवंबर 2023 से एक महिला द्वारा एक युवक को हनी ट्रैप में फंसाने के मामले में आरोपी चार महीने से जेल में था. मामले में कम से कम पांच वकीलों को दिल्ली स्थानांतरित किया गया, फिर भी न्याय नहीं मिला.

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हाईकोर्ट में जमानत अर्जी भी मंजूर कर ली गई. इस मामले में आरोपी की पत्नी वडोदरा की रहने वाली थी. वह 15 वर्षों से अधिक समय से अमेरिकी नागरिक हैं. इसलिए मैंने सोशल मीडिया और ऑनलाइन विशेषकर दुष्कर्म के मामलों में भाविन व्यास की 100% जीत का अनुपात देखने के बाद उनसे संपर्क किया. 13 मार्च को संपर्क किया गया और दूसरे अप्रैल 2024 को जब सेशन कोर्ट में कोर्ट की तारीख थी, तब भाविन व्यास ने जमानत अर्जी दाखिल कर जमानत दिलाने के लिए पुरजोर बहस की. महिला की उम्र 35 साल थी. वह एक बजे होटल गई और लड़का चार बजे पहुंचा, लड़की ने 2000 कॉल किए, लड़के ने 8 कॉल किए और FIR में अपनी उम्र का विवरण अलग और जन्म तिथि अलग दिखाकर कोर्ट को गुमराह किया. धारा 164 का बयान भी FIR के विपरीत दिया. उन सभी मामलों पर बहस के बाद, आरोपी को उसी दिन जेल से रिहा कर दिया गया और मामले से मुक्त कर दिया गया. इसीलिए भाविन व्यास को दिल्ली में एक वकील के रूप में सफलता मिली.

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