डीडवाना-कुचामन : जिले के नावां क्षेत्र के ग्राम उलाणा में रविवार रात अवैध बजरी माफियाओं की दरिंदगी और प्रशासनिक लापरवाही की एक खौफनाक तस्वीर सामने आई। गांव में तेज रफ्तार डंपर न केवल तीन गौमाताओं को कुचलता हुआ निकल गया, बल्कि ग्रामीणों को भी रौंदने का प्रयास किया गया.इस हमले में तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना के बाद पूरे गांव में आक्रोश की लहर दौड़ गई.
घटना का विवरण:
दिनांक 13 जुलाई 2025 को देर रात ग्राम उलाणा में अवैध बजरी से भरा एक डंपर तीन गौमाताओं को बेरहमी से कुचलते हुए निकल गया.जब गांव के कुछ युवकों ने उसे रोकने का प्रयास किया, तो डंपर चालक ने जानबूझकर उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। इस प्रयास में तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए.
उन्हें तत्काल नावां के उप-जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। घटना की सूचना मिलने के बाद उलाणा गांव में आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर बजरी माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया और कहा कि घटना के वक्त थाना प्रभारी व एसडीएम ने फोन रिसीव नहीं किया.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद (IPS) के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचन्द खारिया (RPS) और वृताधिकारी अरविन्द विश्नोई की निगरानी में थानाधिकारी नांवा नन्दलाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने इस प्रकरण में चेतराम पुत्र रामस्वरूप, उम्र 26 वर्ष, जाति जाट, निवासी बनगढ़, थाना नांवा शहर, जिला डीडवाना-कुचामन को गिरफ्तार किया है, जो डंपर का चालक था और घटना के बाद मौके से फरार हो गया था.
एक डंपर, जो गौमाताओं को कुचलने की घटना में प्रयुक्त हुआ, को गांव के पास से बरामद कर जब्त किया गया।दूसरा डंपर, जो गिट्टी से भरा हुआ था और चालक के पास वैध ई-रवन्ना या परमिट नहीं था, उसे मौके पर ही जब्त किया गया. एक ट्रैक्टर मय ट्रॉली, जिसमें अवैध रूप से मिट्टी भरी हुई थी, को भी पुलिस ने कब्जे में लिया।पुलिस थाना नांवा में इस संबंध में प्रकरण संख्या 158/2025 (गौहत्या व ग्रामीणों को रौंदने की कोशिश) तथा 159/2025 (अवैध खनन व परिवहन) के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
पुलिस टीम का योगदान:
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में थाना नांवा शहर की विशेष टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई—
नावां थानाधिकारी नन्दलाल, ने खुद मौके पर पहुंचकर घटना की निगरानी की और कार्रवाई को नेतृत्व प्रदान किया।हैड कांस्टेबल नरेश कुमार (नं. 503) ने मौके पर घायलों को अस्पताल पहुंचाने और वाहन की पहचान में सक्रिय सहयोग किया.हैड कांस्टेबल शिवभगवान ने वाहन को पीछा कर जब्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. कांस्टेबल संदीप कुमार ने भाग रहे चालक की जानकारी जुटाकर गिरफ्तारी में सहयोग किया.
इस पूरी कार्रवाई में टीम के सभी सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा, जिसके चलते आरोपी को गिरफ्तार किया जा सका और अवैध गतिविधियों में प्रयुक्त तीन वाहन जब्त किए गए.