डूंगरपुर: उपचुनाव 2025 में जिला परिषद वार्ड नम्बर 9 पीठ में भाजपा ने परचम लहराया तो सीमलवाड़ा पंचायत समिति सदस्य उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) ने जीत दर्ज कर राजनीतिक समीकरण बदल दिए. डूंगरपुर की बहुचर्चित पीठ जिला परिषद सीट पर भाजपा प्रत्याशी बिहारीलाल पांडोर ने बीएपी के मुकेश मालीवाड़ को 762 मतों से हराया, जबकि सीमलवाड़ा पंचायत समिति वार्ड 16 से बीएपी की तेजल ने भाजपा की निर्मला को 35 मतों से शिकस्त दी.
राजस्थान पंचायत उपचुनाव 2025 के अंतर्गत डूंगरपुर जिले की बहुचर्चित पीठ ज़िला परिषद सीट पर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की है. इस सीट पर मुकाबला मुख्यतः भाजपा और बीएपी के बीच ही देखने को मिला, जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर सिमट गई. उपचुनाव की शुक्रवार को हुई मतगणना में बिहारी पांडोर (भाजपा) को 7325 मत, मुकेश मालीवाड़ (बीएपी) को 6563 मत एवं सुरेश (कांग्रेस) को 1505 मत तथा नोटा 357 मत मिले.
कड़ा मुकाबला, लेकिन भाजपा की सधी रणनीति लायी रंग
डूंगरपुर के आदिवासी बहुल इलाकों में बीएपी का प्रभाव हाल के वर्षों में बढ़ा है, लेकिन भाजपा ने अपने संगठनात्मक ढांचे, बूथ प्रबंधन और स्थानीय नेतृत्व की सक्रियता के बल पर इस बार बाज़ी मार ली. बिहारी पांडोर की जीत को भाजपा के लिए राजनीतिक संकेतक के रूप में देखा जा रहा है, खासकर आगामी पंचायत आम चुनावों के दृष्टिकोण से.
कांग्रेस के लिए झटका
पीठ सीट पर कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी सुरेश को मात्र 1505 मत ही प्राप्त हुए. यह परिणाम टीएसपी क्षेत्र में कांग्रेस की जमीनी पकड़ पर गंभीर सवाल खड़े करता है, विशेषकर दक्षिण राजस्थान जैसे क्षेत्रों में, जहां पार्टी की कभी मज़बूत उपस्थिति मानी जाती थी.
बीएपी को झटका, लेकिन बढ़ा जनाधार
बीएपी के प्रत्याशी मुकेश मालीवाड़ ने भले ही हार का सामना किया हो, लेकिन 6563 वोट पाना इस बात का संकेत है कि पार्टी का जनाधार अब भी मजबूत है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसे “संकल्प की हार, संघर्ष की नहीं” बताया. राजस्थान के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में भाजपा की यह जीत संगठन की पकड़ और मतदाताओं के बदलते रुझान को दर्शाती है. उपचुनावों के यह नतीजे आगामी पंचायत आम चुनावों की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे.
इधर, सीमलवाड़ा पंचायत समिति उपचुनाव में वार्ड 16 पीठ से बीएपी की तेजल ने भाजपा की निर्मला को 35 मतों से हराया, कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही. जिले की सीमलवाड़ा पंचायत समिति के वार्ड संख्या 16 का परिणाम घोषित हो गया है. इस कड़े मुकाबले में बीएपी की प्रत्याशी तेजल ने भाजपा की निर्मला को 35 वोटों के मामूली अंतर से हराकर जीत दर्ज की. वहीं, कांग्रेस का प्रदर्शन एक बार फिर कमजोर रहा और पार्टी तीसरे स्थान पर रही.
गांव-गांव में बीएपी का बढ़ता प्रभाव :
इस परिणाम को डूंगरपुर जिले में बीएपी के जनाधार के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। सीमलवाड़ा क्षेत्र में बीएपी लगातार सक्रिय रही है और स्थानीय मुद्दों को लेकर जनता के बीच जुड़ी रही है. सीमलवाड़ा जैसी पंचायतों में बीएपी की बढ़त यह संकेत देती है कि आदिवासी मतदाता परंपरागत दलों के बजाय स्थानीय दलों की ओर झुकाव दिखा रहे हैं. भाजपा के लिए यह हार चेतावनी है, वहीं, कांग्रेस की लगातार तीसरे स्थान पर रहने की स्थिति पार्टी नेतृत्व के लिए चिंताजनक मानी जा रही है.
डूंगरपुर जिले में पंचायत उपचुनावों के ये नतीजे स्पष्ट रूप से दर्शा रहे हैं कि क्षेत्रीय दलों का प्रभाव बढ़ रहा है, और पारंपरिक दलों को जमीनी स्तर पर नई रणनीति बनाने की आवश्यकता है.