डूंगरपुर: शहर के हृदय स्थली गेपसागर झील में लीकेज से पानी नाले में बहने की सूचना पर सोमवार को सभापति अमृत कलासुआ मौके पर पहुंचे. उन्होंने झील में लीकेज से बहते पानी को देखकर निर्माण शाखा के नरेंद्र सिंह को मौके पर बुलाया. इसके साथ ही नगर परिषद के तकनीकी कर्मचारियों को बुलाकर लीकेज को हाथों-हाथ दुरस्त कराने का काम शुरू किया.
सभापति अमृत कलासुआ ने कहा कि 9 साल बाद अच्छी बारिश के कारण गेपसागर झील में भरपूर पानी की आवक हुई है. ऐसे में पानी को लीकेज से रोकने के लिए हर संभव कार्य किया जाएगा. मौके पर पहुंची जेईएन, एईएन की टीम ने लीकेज को रोकने के लिए पानी के कम होने की बात कही, जिस पर सभापति ने अस्थाई पानी को रोकने के लिए सुझाव दिया, जिसके बाद मौके पर जेईएन, एईएन की टीम ने रेती के कटटे रखकर फिलहाल पानी को रोकने के प्रयास किए है.
इसके अलावा कुछ केमिकल से वाटर प्रूफिंग का प्रयास किया है. सभापति ने दीपावली के बाद पानी कुछ कम होने के बाद यहां पर आरसीसी की पक्की दीवार बनाने के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए. सभापति ने अधिकारियों से मौके पर तकमीना बनाने के निर्देश दिए, जिससे आने वाले समय में पानी उतरने के बाद सीधे कार्य किया जाएगा.
टीम को पूरी गेपसागर परिधि क्षेत्र का सर्वे करने के निर्देश
सभापति अमृत कलासुआ ने मौके पर पहुंची नगर परिषद की टीम को पूरी गेपसागर झील की परिधि क्षेत्र का सर्वे करने के निर्देश दिए. सभापति ने नरेंद्र सिंह को कहा कि पूरी गेपसागर झील के किनारे कहीं भी लीकेज, सिपेज या पानी के व्यर्थ बहने का मामला देखे तो तुरंत रोकने के अस्थाई उपाय करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने पानी को रोकने के लिए स्थाई कार्य करने के प्रस्ताव बनाने के लिए कहा.
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