दुर्ग सेंट्रल जेल में महादेव सट्टा ऐप और हत्या के आरोपी दीपक नेपाली, तपन सरकार और मुक्कू नेपाली जैसे अपराधियों को VIP ट्रीटमेंट मिल रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब दुर्ग कलेक्टर और SP ने अपनी पूरी टीम के साथ यहां छापा मारा.
दुर्ग SP जितेंद्र शुक्ला ने अपनी टीम के साथ मंगलवार देर रात केंद्रीय जेल दुर्ग का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ एएसपी अभिषेक झा और 96 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. जब वे जेल की बैरक में पहुंचे तो चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई. इस पर SP ने जेल अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
ASP अभिषेक झा ने सुरक्षा कारणों से जेल के अंदर का फोटो वीडियो देने से मना कर दिया. हालांकि उन्होंने बताया कि जब उन्होंने जेल के अंदर रेड मारी तो कई आपत्तिजनक चीजें पाई गईं. गैंगस्टर तपन सरकार, मुक्कू नेपाली, दीपक नेपाली और उपेंद्र कबरा जिस बैरक में हैं, वहां उन्हें VIP ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.
सभी आरोपियों को नवीन जेल परिसर में रखा गया था. जब दूर्ग SP अपनी टीम के साथ पहुंचे तो देखा कि सभी आरोपी मोटे गद्दे पर सोए हुए हैं. इनके गद्दे के नीचे से काजू, बादाम और किशमिश जैसे महंगे ड्राई फ्रूट्स मिले. जब SP ने इसके बारे में पूछा तो जेल अधीक्षक कोई जवाब नहीं दे पाए.
जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी होने से कैदियों को सोने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. 20 कैदियों के बैरक में 50-60 कैदी रखे जा रहे हैं. ऐसे में गैंगस्टर तपन सरकार जेल में एक नहीं चार-चार गद्दों पर अकेला सोता हुआ मिला.
दुर्ग जिले में कई कुख्यात अपराधी इस समय बंद है. इसमें सबसे चर्चित नाम गैंगेस्टर तपन सरकार और उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा का नाम सबसे बड़ा है. गैंगेस्टर तपन पर हत्या सहित अन्य अपराध दर्ज हैं.
उसे नवीन जेल के सेक्टर B में एक बैरक में रखा गया था. उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा वहीं अपराधी है, जिसने बिलासपुर जेल में पेशी जाते समय पूरी की पूरी ट्रेन हाईजैक कर ली थी. दीपक नेपाली महादेव सट्टा एप का बड़ा मास्टर माइंड है. वो भी यहां कई महीनों से सजा काट रहा है.
इसके साथ ही यहां रिंकू पाण्डेय नाम का अपराधी भी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. रिंकू पांडे इस समय जेल के राउंडअप इंचार्ज हैं. यही जेल के बाहर से अंदर तक के आपत्तिजनक कार्यों को मैनेज करता है.
इसके ऊपर एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का आरोप है. इसमें बच्ची की मौत हो गई थी. इसके साथ ही यहां पंजाब का रहने वाला टैटू सरदार भी सजा काट रहा है. इसकी भी जेल के अंदर अच्छी खासी पकड़ है.
दुर्ग पुलिस ने बुधवार तड़के जब जेल में छापेमारी की तो उससे पहले वहां के चक्कर अधिकारी अशोक साव को लेने पहुंची. पुलिस ने उसे इसलिए सबसे पहले बुलाया ताकि वो किसी को इसकी सूचना ना दे सके. साव को लेने जाने पर उसकी पत्नी पुलिस अधिकारियों से झगड़ा करने लगी.
बाद में काफी समझाने के बाद उसे साथ में जाने दिया. अशोक साव जेल का चक्कर अधिकारी है. कोई भी कैदी किसी से मुलाकात करने या कोई भी सामान कैदी तक पहुंचने से पहले चक्कर अधिकारी के पास से गुजरेगा. इसलिए ऐसा आरोप है कि जेल में जो भी प्रतिबंधात्मक चीजे होती मिली हैं उसमें अशोक साव की भूमिका संदिग्ध है.
ASP अभिषेक झा ने बताया कि आगामी लोकसभा निर्वाचन को देखते हुए केंद्रीय जेल दुर्ग का आकस्मिक निरीक्षण किया गया. इस दौरान बैरक से एक मोबाइल फोन, सिम, उस्तरा, ब्लेड और चाकू जैसे हाथ से बने औजारों के साथ ही इस्तेमाल किया चिलम, बीड़ी, सिगरेट और अन्य प्रतिबंधित सामान जब्त किया गया है.
कलेक्टर और दुर्ग SP ने जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई और सजग होकर ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं.
SP दुर्ग जितेंद्र शुक्ला ने बुधवार तड़के 4.45 बजे केंद्रीय जेल में छापेमारी की. इस दौरान जेल अधीक्षक भी वहां नहीं थे. केवल जेल प्रहरी ही ड्यूटी पर थे. इससे पहले की वे कुछ समझ पाते और जेल अधीक्षक को सूचित कर पाते SP ने जेल को खुलवाकर खुद ही बैरक चेक करना शुरू कर दिया.
इस दौरान उन्हें खुंखार अपराधियों के पास से सब्जी काटने वाले धारदार चाकू और मोबाइल फोन तक मिले. अपराधी धारदार चाकू लेकर सो रहे थे. निरीक्षण के बाद से जले में हड़कंप मचा हुआ है.