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पकड़ी गई नागपुर की लेडी डॉन चंदा, कार के बेस ट्यूब से निकला ब्राउन शुगर, दामाद-ड्राइवर और खरीदार भी गिरफ्तार

दुर्ग पुलिस ने नागपुर की लेडी डॉन चंदा प्रदीप ठाकुर को गिरफ्तार किया है. चंदा के पास से 235 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद हुआ है. चंदा ठाकुर के दामाद, ड्राइवर और खरीदार को भी पकड़ा गया है. पदमनाभपुर पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई की है.

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जानकारी के मुताबिक, रविवार को सूचना मिली थी कि, इतवारी नागपुर की रहने वाली चंदा प्रदीप ठाकुर (60) दुर्ग आई है. जो ब्राउन शुगर का डील करने अपने दामाद मनोज रहांगडाले और यासीन शेख के साथ कार में जेल चौक से स्टेडियम के बीच किसी से मिलने वाली है.

एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर सीएसपी की सिविल टीम ने उसका पीछा किया. उसको जेल चौक में एक युवक से मिलता देखा, तो चारो ओर से घेरकर पकड़ लिया गया. जिसमें आरोपी चंदा ठाकुर, उसका दामाद मनोज राहंगडाले, ड्राइवर यासीन शेख और खरीददार प्रेम ठाकुर शामिल है.

आरोपियों से 235 पुड़िया ब्राउन शुगर जिसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत 5 लाख रुपए, एक लाल रंग की कार, मोबाइल और करीब 25 हजार रुपये नकद जब्त किया गया है.

आरोपी चंदा ठाकुर की बेटी चित्रा को दुर्ग पुलिस ने पहले ही NDPS के मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में केंद्रीय जेल भेजा था. जिसके बाद उसका पति मनोज राहंगडाले और उसकी मां चंदा ठाकुर महीने में चार से पांच बार उससे मिलने दुर्ग आती थी.

चंदा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पति प्रदीप ठाकुर की मौत के बाद वो ही इस धंधे को संभालती है. उससे छत्तीसगढ़ से बहुत सारे लोग माल लेने नागपुर आते हैं. लेकिन ग्रीन चौक निवासी प्रेम ठाकुर और विवेक हड्डी उसके विश्वासपात्र थे. जिन्हें जरूरत होने पर वो जब दुर्ग आती तो माल देकर जाती थी.

प्रेम ठाकुर को पुलिस ने रंगे हाथ चंदा से ब्राउन शुगर लेकर पैसा देने के बाद गिरफ्तार किया है. फिलहाल विवेक हड्डी घटना के बाद से गायब है.

बताया जा रहा है कि आरोपी चंदा ठाकुर और उसके साथियों के पास से पुलिस को कुछ मात्रा में ब्राउन शुगर मिला. लेकिन दुर्ग CSP IPS चिराग जैन को पूरी गाड़ी की तलाशी के बाद भी जब माल नहीं मिला, तो मैकेनिक को बुलवाने की बात हुई. इसी बीच बेस ट्यूब के एक स्पीकर के स्क्रू पर पड़ी, जो ढीला था. उसे खोलने पर भारी मात्रा में ब्राउन शुगर मिला.

आरोपी चंदा ठाकुर के खिलाफ 50 से अधिक मामले दर्ज हैं. इसमें एमडी, हेरोइन, ब्राउन शुगर, गांजा और अवैध शराब बिक्री के कई मामले हैं. पुलिस दल पर हमला करने और शराब तस्कर की हत्या का प्रकरण भी दर्ज है. उसे NDPS विभाग के हवाले कर दिया गया है.

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