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काशी विश्वनाथ की मंगला आरती के समय अचानक निकली चिंगारी, गर्भगृह के शिखर में लग गई आग, मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में उस समय हड़कंप मच गया, जब यहां मंगला आरती हो रही थी. अचानक से गर्भगृह के शिखर से एक चिंगारी निकली और देखते ही देखते वहां आग लग गई. आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी. आग देखते ही मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई. भक्त यहां वहां भागने लगे. लेकिन सेवादारों और पुलिस ने परिस्थिति पर काबू पाया. बिजली बंद करके आग को बुझाया गया.

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इसके बाद पूरे मंदिर परिसर की जांच की गई. गनीमत ये रही कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन इस कारण कुछ देर के लिए आरती बाधित रही. जानकारी के मुताबित, घटना गुरुवार अल सुबह 4:55 बजे की है. गर्भगृह के दक्षिणी प्रवेश द्वार से मंदिर के स्वर्ण शिखर तक गए केबल में शार्ट सर्किट से चिंगारी निकलने लगी. यह देखकर सेवादारों और पुलिसकर्मियों ने तुरंत दर्शनार्थियों को वहां से हटाया.

कुछ देर में ही चिंगारी शिखर के पास बने एक ताखे में आग का गोला बन गई. बिना मौका गंवाए बिजली आपूर्ति रोक दी गई इससे आग ज्यादा भड़क नहीं सकी. लेकिन तब तक मंदिर में मौजूद श्रद्धालु दहशत में आ चुके थे. वो उस द्वार से प्रवेश करने में कतराने लगे थे. इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने अन्य द्वार से भी श्रद्धालुओं को हटा दिया. बिजलीकर्मियों की जांच में गर्भगृह के दक्षिणी प्रवेश द्वार से बिजली आपूर्ति के लिए लगाए केबल में फॉल्ट मिला.

काफी पुराने हैं बिजली के तार

मंदिर के एसडीएम शम्भु कुमार ने बताया- गर्भगृह में काफी पुराने तारों से बिजली आपूर्ति हो रही है. बारिश से स्पार्किंग और शार्ट-सर्किट हुआ. इससे दक्षिणी द्वार से थोड़े समय के लिए दर्शन-पूजन बाधित रहा. कहीं कोई क्षति नहीं हुई. पूरे धाम में दिनभर चला सेफ्टी ऑडिटगर्भगृह के बाहर भोर में हुई घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने दिन में पूरे धाम के बिजली आपूर्ति व्यवस्था की सेफ्टी ऑडिट कराई. एसडीएम के नेतृत्व में बिजली मैकेनिक और अभियंताओं की टीम ने एक-एक हिस्से में बिजली केबल व आपूर्ति वाले क्षेत्रों की जांच की. इसके साथ ही पुराने तारों को चिह्नित किया है.

एसडीएम ने बताया कि चूंकि मंदिर के पुराने हिस्से में पुराना केबल दौड़ा है. कुछ हिस्सों में नवीनीकरण हुआ है. बाकी अन्य स्थानों का भी कराया जाएगा.

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