मध्यप्रदेश के पन्ना में आधुनिकता की दौड़ में रिश्ते भी दम तोड़ते जा रहे हैं. तेजी से बदलते परिवेश और आधुनिक बनने की चाह में मानवीय संवदेनाएं भी खोती जा रही हैं. ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के पन्ना में सामने आया है जहां एक भाई की मौत के बाद अमेरिका में रहने वाली बहन ने आने से इंकार कर दिया. बहन के इंकार करने पर अनाथ आश्रम के लोगों ने ही मृतक का अंतिम संस्कार कराया.
फांसी लगाकर की खुदकुशी
पन्ना शहर में संचालित संत क्लारेट अनाथाश्रम में रहने वाले एस जानसन उम्र 62 साल ने आश्रम में फांसी लगाकर खुदकुशी की है. जानसन का शव फांसी के फंदे पर झूलता देख आश्रण की ओर से पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस मर्ग कायम कर सभी पहलुओं के आधार पर मामले की जांच कर रही है. अनाथ आश्रम के जिम्मेदारों सहित अन्य के बयान दर्ज किए गए हैं.
अपनों से दूरी नहीं कर पाए बर्दाश्त
मृतक का नाम जानसन बताया जा रहा है. जो कि केरल के रहने वाला था. जानसन परिवहन विभाग में कार्यरत थे और साल 2023 में रिटायर हुए थे। उनके परिजन अमेरिका में रहते हैं। बहन भी अमेरिका में रहती है. जानसन आर्थिक रुप से संपन्न परिवार के सदस्य थे। आश्रम के मुताबिक जानसन शराब के नशे के आदि हो गए थे। वो खुद ही बीते साल शहर में संचालित संत क्लारेट अनाथ आश्रम पहुंचे थे और तब से यहीं पर रह रहे थे।
बहन ने किया आने से इंकार
आश्रम प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि उन्होंने जानसन की मौत की खबर जब अमेरिका में रहने वाली उनकी बहन को दी तो उन्होंने आने से इंकार कर दिया. इसके बाद लिखित में अंतिम संस्कार करने की सहमति जानसन की बहन ने दी जिसके बाद अनाथ आश्रम प्रबंधन ने ही उनका अंतिम संस्कार कराया है. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को ये जानकारी मिली है कि जानसन अपनों से दूर होने के कारण तनाव में रहते थे और बीमार भी हो गए थे उनका इलाज चल रहा था.