महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि महायुति सरकार का लक्ष्य मुंबई को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त बनाना है और उसका ध्यान गरीबों को किफायती आवास उपलब्ध कराने पर है. पार्टी उम्मीदवार मंगेश कुडालकर के लिए कुर्ला में एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं के बीच एक अच्छा संतुलन बनाया है.
मुंबई की जनता से महायुति सरकार के लिए नए जनादेश की मांग करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘अगर हम ढाई साल में इतना काम कर सकते हैं, तो कल्पना करें कि हम पांच साल में कितना काम करेंगे. हम गरीबों को किफायती घर देंगे. क्या मुंबई में गरीबों को घर का अधिकार नहीं है?’ उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा, ‘क्या एक गरीब किसान का बेटा सीएम नहीं बन सकता? या केवल चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए लोग ही सीएम बन सकते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘महायुति सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 350 करोड़ रुपये वितरित किए और इससे एक लाख लोगों को फायदा हुआ.’ सीएम शिंदे ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उन लोगों को सबक सिखाएं जो आपको मिलने वाली सरकारी सहायता को रेवड़ी (मुफ्त) कहते हैं.’ उन्होंने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी पर लड़की बहिन योजना को विफल करने और इसे रोकने के लिए अदालत जाने का आरोप लगाते हुए जनता से इनसे सावधान रहने की अपील की.
एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘पहले के सीएम एक पेन नहीं रखते थे, जबकि मैं दो रखता हूं. हमने छात्रों, युवाओं, किसानों, महिला शिक्षा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए धन आवंटित किया है. सरकारी पैसा लोगों का है और इस पर पहला अधिकार उनका है. मेरी सरकार विकास कार्यों में तेजी लाई और कल्याण योजना पर भी ध्यान केंद्रित किया.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए शिंदे ने कहा कि केंद्र महाराष्ट्र को विकास का पावरहाउस और मुंबई को देश की फिनटेक राजधानी बनाना चाहता है.
उन्होंने कहा, ‘हम झुग्गीवासियों को पक्का घर देकर मुंबई को झुग्गी-झोपड़ी मुक्त बनाएंगे. यह गरीब समर्थक सरकार है. आपने एमवीए का ढाई साल का कार्यकाल और हमारा ढाई साल का कार्यकाल देखा है. अब फैसला आपको करना है.’ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति दो-तीन दिनों में अपना घोषणापत्र जारी करेगी. उन्होंने सलमान खान की फिल्म का डायलॉग बोलते हुए जनता से कहा, ‘मैंने एक बार जो कमिटमेंट कर दिया तो अपने आप की भी नहीं सुनता. हम अपने घोषणा पत्र में किए गए हर वादे को पूरा करेंगे.’