राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नवरात्रि और ईद के मौके पर मटन पॉलिटिक्स एक बार फिर से शुरू हो गई है. बीजेपी नेताओं ने मीट की दुकानों को लेकर बयानबाजी शुरू कर दी है. बीजेपी नेता ने कहा कि मीठी ईद पर सेवइयां खाएं, मटन खाने की जरूरत नहीं हैं.
बीजेपी विधायक रविंदर नेगी ने कहा, “नवरात्रि में मीट की दुकानें मंदिरों के भी आगे मीट की दुकान लगाते हैं. हिन्दुओं का पर्व है, मीट की दुकानें देखकर हमारी आस्था को ठेस पहुंचती है. हिन्दू आस्था को ठेस पहुंचती है. मीठी ईद पर सेवइयां खाएं, बकरा न खाएं. मीठी ईद पर बकरा काटने की जरूरत नहीं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
‘मीट की दुकानें बंद होनी चाहिए…’
बीजेपी विधायक नीरज बसोया ने कहा, “मीट की दुकानें नवरात्रि में बंद होनी चाहिए. रेजिडेंशियल इलाकों में मीट की दुकानें नहीं रहनी चाहिए. ये मीट वाले गुंडागर्दी करते हैं. हम लेटर लिखेंगे कि रिहायशी इलाकों में मीट की दुकानें बंद हों.”
बीजेपी विधायक करनैल सिंह ने कहा, “प्रशासन से गुजारिश है कि नवरात्रि में मीट की दुकानें बंद करवाएं. मीठी ईद है, बकरीद नहीं है. हम उनके धर्म का सम्मान करते हैं, मीठी ईद में सेवइयां खाएं और बकरे की दुकानें बंद रखें.”
मीट पर सियासत यह पहली बार नहीं हो रही है, इस तरह की बयानबाजी की जा रही है. इससे पहले भी इस तरह के त्योहारी सीजन्स पर मीट और मीट की दुकानों को लेकर बीजेपी और हिंदूवादी नेताओं के द्वारा विरोध किया जा चुका है.