इलेक्शन कमीशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांसवाड़ा में दिए गए बयान की जांच शुरू कर दी है. पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों की संपत्ति को मुस्लिमों में बांट देगी. साथ ही पीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उस टिप्पणी का भी जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है.
पीएम के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस और CPI-M ने चुनाव आयोग में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं. कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि पीएम मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें. कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था.
वहीं, CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी एक पोस्ट में इलेक्शन कमीशन से अपील की थी कि इस शिकायत पर ध्यान दें और पीएम मोदी और भाजपा के खिलाफ एक्शन लें. उन्होंने इस मामले में FIR दर्ज की जाने की भी मांग की थी.