पन्ना : टाइगर रिजर्व में 15 दिन में दो तेंदुओं और एक भालू की मौत हो चुकी. मामले में रविवार को प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट की.पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मोहित सूद ने बताया कि वन्य जीवों की मौत अज्ञात बीमारी से हुई है.
सबसे पहले चार माह की मादा तेंदुआ शावक की लाश मिली थी.इसके बाद टाइगर रिजर्व के गंगऊ क्षेत्र में एक भालू का शव मिला.फिर एक और तेंदुए की मौत हुई.प्रबंधन ने तीनों जानवरों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने इन मामले को संज्ञान में लिया था.उन्होंने कलेक्टर और फील्ड डायरेक्टर को जांच के लिए कहा था.डिप्टी डायरेक्टर सूद ने स्पष्ट किया कि मामले में शिकार की कोई आशंका नहीं है.
प्रशासन ने बताया कि अलग-अलग वन्यजीवों की मौत के कारण भी अलग-अलग हैं.जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.वन विभाग अब वन्य जीवों की निगरानी और कड़ी कर रहा है.भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने वन्यजीवों की देखरेख में लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही जानिए कब-कब मिले वन्यजीवों के शव
16 मई को गंगऊ अभयारण्य के बकचुर गिट्टी रोड बीट बांधी कक्ष क्रमांक पी-275 की सीमा से बाहर मादा भालू घायल मिली.बाद में उसकी मौत हो गई. 17 मई को बफर क्षेत्र की झिन्ना बीट में नर तेंदुए का शव मिला था.14 मई को हिनौता बीट में नर तेंदुआ का शव मिला.