प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को एक अवैध सट्टेबाजी ऐप के संचालन की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कई राज्यों में छापेमारी की. इस ऐप पर कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है. सूत्रों ने बताया कि Parimatch नाम के ऐप (एप्लिकेशन) के खिलाफ मामले में मुंबई, दिल्ली-एनसीआर , हैदराबाद, जयपुर, मदुरै (तमिलनाडु) और सूरत (गुजरात) में कम से कम 15 जगहों पर छापेमारी की गई.
यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत शुरू की गई, जिसकी शुरुआत 2024 में साइबर पुलिस स्टेशन, मुंबई में दर्ज एफआईआर से हुई थी. सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह राशि जालसाजों ने म्यूल खातों (अपराधियों द्वारा अवैध धन शोधन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले) में एकत्रित की थी और इसे कई भुगतान ऐप और एजेंटों के माध्यम से अलग-अलग प्राप्त किया गया था.
ठगी गयी धनराशि लगभग 2,000 करोड़ रुपए
सूत्रों ने बताया कि धोखाधड़ी के जरिए ठगी गयी धनराशि लगभग 2,000 करोड़ रुपए है. बताया जा रहा है कि इस राशि को अलग-अलग तरीकों से ठिकाने लगाया गया. सूत्रों के मुताबिक जालसाजों ने क्रिप्टो वॉलेट, तमिलनाडु के एक शहर के एक ही इलाके में स्थित एटीएम के माध्यम से नकद निकासी, कम मूल्य के यूपीआई भुगतान आदि के माध्यम से रुपये भेजे. बताया जा रहा है कि संघीय जांच एजेंसी ने अब तक की छापेमारी में कुछ दस्तावेज, मोबाइल और कंप्यूटर उपकरण बरामद किए हैं.
15 लाख रुपये नकद, चार लग्जरी कारें जब्त
इससे पहले ईडी के अहमदाबाद जोनल कार्यालय ने 7 और 8 अगस्त को अहमदाबाद और मुंबई में मेघ शाह और महेंद्र शाह से जुड़े कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) 1999 के तहत चल रही जांच का हिस्सा है. छापों के दौरान ईडी ने 15 लाख रुपये नकद, चार लग्जरी कारें — BMW X6M, बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी, BMW 730 एलडी और BMW 328i — जब्त कीं. इसके अलावा, रोलेक्स और कार्टियर जैसे ब्रांड की 1.51 करोड़ रुपये मूल्य की महंगी आयातित घड़ियां भी बरामद हुईं। जांच टीम को करीब 40 कंपनियों की मुहरें और चेक बुक्स भी मिलीं.