शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पांच दिन की रिमांड(ED interrogation) पर चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(Bhupesh Baghel) के पुत्र चैतन्य बघेल( Chaitanya Baghel) से तीसरे दिन भी पूछताछ की गई। ईडी के अधिकारी चैतन्य से संपत्ति, निवेश और आय के स्रोत की जानकारी मांग रहे हैं। साथ ही व्हाट्सएप चैटिंग और मैसेज को लेकर भी सवाल किए जा रहे हैं। हालांकि, ईडी को अब तक संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया है।
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जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम ने चैतन्य से लक्ष्मी नारायण बंसल (पप्पू बंसल) के बयान का हवाला देते हुए पूछा कि शराब सिंडिकेट(liquor scam) से कैश हैंडलिंग के लिए मिले 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि किस चैनल और किन लोगों के माध्यम से उन तक पहुंचाई गई। साथ ही यह रकम कहां-कहां निवेश की गई और सिंडिकेट से उन्हें कितनी राशि कमीशन के रूप में मिली।
सभी आरोपों से किया इनकार
चैतन्य बघेल ने ईडी के तमाम सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं और कृषि उनकी आय का प्रमुख स्रोत है। व्हाट्सएप चैटिंग और मैसेज के बारे में उन्होंने अनभिज्ञता जताई। ईडी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि शराब घोटाले से अर्जित करोड़ों रुपये उन्हें मिले हैं, जिनके पुख्ता सुबूत और ट्रांजेक्शन डिटेल्स मौजूद हैं। इस पर चैतन्य ने सभी आरोपों से साफ इनकार कर दिया।
अनवर, त्रिलोक, केके समेत कई से होगी पूछताछ
ईडी अब होटल कारोबारी अनवर ढेबर, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, केके श्रीवास्तव, रेलवे ठेकेदार विजय अग्रवाल, उनकी बेटी रूही, भतीजे राहुल अग्रवाल और बसंत अग्रवाल से भी पूछताछ करेगी। ये सभी शराब घोटाले की रकम के इधर-उधर किए जाने में संदिग्ध माने जा रहे हैं।
विवाह पर मिली थी जगुवार कार
सूत्रों के अनुसार, महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर ने चैतन्य बघेल को विवाह के मौके पर जगुवार कार गिफ्ट में दी थी। कार की खरीद से पहले चैतन्य की पसंद के रजिस्ट्रेशन नंबर के लिए भी बड़ी रकम चुकाई गई थी। ईडी इस एंगल की भी जांच कर रही है।
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